पंजाब दस्तक, सुरेंदर राणा, पंजाब में कांग्रेस संगठन को मजबूत करने में जुट गई है। पंजाब कांग्रेस चीफ अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने 118 ब्लॉक प्रधानों की नियुक्त कर दी है। इनकी सूची जारी करते हुए राजा वड़िंग ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि वह पूरी मेहनत से पार्टी के लिए काम करेंगे। पंजाब में कांग्रेस की हालत कमजोर हो चुकी है। इसकी वजह दिग्गजों का साथ छोड़ना है। पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़ी। फिर सुनील जाखड़ और 4 पूर्व मंत्री कांग्रेस छोड़ गए। वहीं विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को करारी हार झेलनी पड़ी।
कैप्टन-सिद्धू और फिर सिद्धू-चन्नी के झगड़े में डूबी कांग्रेस
पंजाब में कांग्रेस आपसी कलह में डूब गई। विधानसभा चुनाव से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिद्धू का झगड़ा चला। कांग्रेस ने कैप्टन को हटाकर चरणजीत चन्नी को सीएम बना दिया। फिर सिद्धू और चन्नी भिड़ गए। पंजाब कांग्रेस गुटबाजी में बंट गई।
77 सीटों वाली कांग्रेस 18 पर सिमटी
आपसी लड़ाई की वजह से 2017 में 77 सीटें जीतने वाली कांग्रेस 2022 में 18 सीटों पर सिमट गई। कई दिग्गज कांग्रेसी हार गए। पंजाब कांग्रेस प्रधान रहे नवजोत सिद्धू भी अमृतसर ईस्ट से हार गए। सीएम रहे चरणजीत चन्नी भदौड़ और चमकौर साहिब यानी 2 सीटों से हार गए।
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