शिमला, सुरेन्द्र राणा: हिमाचल प्रदेश में हुए विमल नेगी मौत मामले को लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआईएम) ने सीबीआई जांच पर गंभीर सवाल उठाए हैं। पार्टी ने कहा है कि पिछले दस वर्षों में राज्य में सीबीआई द्वारा जांचे गए मामलों का रिकॉर्ड संतोषजनक नहीं रहा, जिससे इस एजेंसी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होते हैं।
सीपीआईएम के राज्य सचिवालय सदस्य संजय चौहान और पूर्व विधायक राकेश सिंघा ने मंगलवार को शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कहा कि गुड़िया केस, मनोहर हत्याकांड और पुलिस भर्ती घोटाले में भी सीबीआई कोई ठोस परिणाम नहीं दे सकी है और पीड़ित परिवारों को अब तक न्याय नहीं मिला है।सीपीआईएम नेताओं ने कहा कि यदि राज्य सरकार इस मामले में वास्तव में गंभीर है तो उसे न्यायिक जांच के आदेश देने चाहिए ताकि हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPPCL) में फैले भ्रष्टाचार का भी खुलासा हो सके।
उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में कुछ वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगे हैं, जिनकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।सीपीआईएम ने इस मामले में अपने स्तर पर भी जांच करने के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया है और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने की मांग की है। पार्टी नेताओं का कहना है कि प्रदेश में नेताओं और उच्च अधिकारियों के बीच गठजोड़ ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है, और यह विमल नेगी जैसे मामलों में सामने आ रहा है।
+ There are no comments
Add yours