शिमला, सुरेन्द्र राणा:प्राथमिक और उच्च शिक्षा का एक निदेशालय बनाने के खिलाफ हिमाचल प्रदेश प्राथमिक शिक्षकों का क्रमिक अनशन आज 21वें दिन में प्रवेश कर गया है। इस बीच प्राथमिक शिक्षकों को हरियाणा के शिक्षकों का भी समर्थन मिला है। हरियाणा प्राथमिक शिक्षक और अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने हिमाचल सरकार को चेताया है कि अगर हिमाचल प्राथमिक शिक्षक संघ की मांगों को जल्द नहीं माना तो पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान सहित अन्य राज्यों के प्राथमिक शिक्षक हिमाचल में आकर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर सरकार को बदलने से पीछे नहीं हटेंगे।
हरियाणा प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष तरुण सुहाग ने कहा कि हिमाचल प्रदेश प्राथमिक शिक्षकों की मांगे जायज है लेकिन सरकार इन्हें अनसुना कर रही है। हरियाणा प्राथमिक शिक्षक संघ हिमाचल के शिक्षकों के साथ मजबूती से खड़ी है और अगर भविष्य में शिमला में आकर विरोध प्रदर्शन भी करना पड़ा तो उससे भी पीछे नहीं हटा जाएगा। सरकार ने अगर जल्द मांगे नहीं मानी तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। हरियाणा में भी प्राथमिक और उच्च शिक्षा का अलग अलग निदेशालय है।
वहीं अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के कार्यकारी महासचिव विनोद ठाकरान ने कहा कि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर समय-समय पर आवाज उठाते लेकिन हिमाचल की सुक्खू सरकार ने आंदोलन को कुचलने के लिए शिक्षकों पर FIR और सस्पेंड किया जो कि पहली बार हुआ है। प्राथमिक शिक्षक संघ जायज मांगों को लेकर आंदोलन कर रहा है और अगर सरकार ने जल्द मांगे नहीं मानी तो भविष्य में पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों से हिमाचल आकर आंदोलन करेंगे।
वहीं प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष जगदीश शर्मा ने कहा कि 21 दिन से शिक्षकों का क्रमिक अनशन चल रहा है लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक कोई वार्ता की पहल नहीं हुई है। बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है सरकार प्राथमिक शिक्षकों के सब्र का इम्तिहान न ले अगर मांगे जल्द पूरी नहीं हुई तो आंदोलन को उग्र देने में भी प्राथमिक शिक्षक संघ पीछे नहीं हटेगा।
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