शिमला, ब्यूरो: समोसा कांड फिर गरमा गया है। मामले को लेकर स्टेट सीआईडी की शिकायत के बाद पुलिस ने छोटा शिमला थाने में आपराधिक मामला दर्ज कर किया है। एसपी क्राइम सीआईडी की ओर से दी गई शिकायत में सीआईडी ने अपने ही स्टाफ पर जांच एजेंसी के गोपनीय दस्तावेज और सूचनाएं लीक करने का शक जाहिर किया है।
एफआईआर में समोसा कांड का जिक्र नहींपुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 305 (e), 336(4), 59, 60 और 61 के तहत केस दर्जकर छानबीन शुरू कर दी गई है। हालांकि एफआईआर में समोसा कांड का जिक्र नहीं है। शिकायत में बताया गया है कि स्टेट सीआईडी के संज्ञान में मामला आया है कि विभाग की गोपनीय सूचनाएं और दस्तावेज गैरकानूनी तरीके से लीक किए गए हैं। इन दस्तावेजों का सीआईडी और सरकार की छवि खराब करने के लिए इस्तेमाल किया गया है।
एक मामले की जांच में संदेह के घेरे में आए लोगों ने पूछताछ में बताया कि सीआईडी स्टाफ से जुड़े कुछ लोगों ने अन्य लोगों के साथ मिलकर गैरकानूनी तरीके से गोपनीय दस्तावेजों की प्रतियां हासिल कीं। आरोपियों ने साजिशन मीडिया को दस्तावेज लीक किए हैं। राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर इन दस्तावेजों को मीडिया के जरिये फैलाया गया।
क्या है समोसा कांड
2024 में 31 अक्तूबर को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू जब सीआईडी के प्रोग्राम में गए थे तो वहां तीन सितारा होटल से समोसे मंगवाए गए थे और फिर वह सीएम के स्टाफ में बांटे गए थे। इसकी बाद में सीआईडी ने जांच की थी और फिर जांच रिपोर्ट लीक गई हो गई थी। कुछ समय पहले समोसा प्रकरण की जांच रिपोर्ट लीक होने के बाद खासा विवाद हुआ था। हालांकि, अब इस शिकायत पत्र में और एफआईआर में कहीं पर भी समोसा प्रकरण का जिक्र नहीं है।
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