सावधान! अब साइबर ठगों के निशाने पर पैंशनर्स, गलती से भी न करें यह काम,साइबर सेल ने जारी की पेंशनधारकों के लिए एडवाईजरी

शिमला, सुरेन्द्र राणा: साइबर ठग अब पैंशनधारकों को झांसे में फंसाकर उन्हें ठगी का शिकार बना रहे हैं। साइबर ठग पैंशनधारकों को निशाना बना रहे हैं। साइबर ठग खुद को बैंक कर्मी बताकर पैंशनधाराकों से बैंक संबंधी जानकारी पूछ रहे हैं। इस तरह के झांसे में फंसाकर शातिर पैंशनधारकों के बैंक खातों से राशि उड़ा रहे हैं। प्रदेश में साइबर अपराध तेजी से बढ रहा है। शातिर साइबर ठगी के लिए आए दिन नए-नए हथकंडे अपनाकर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।

शातिर अलग-अलग तरीके से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। शातिर लॉटरी, इनाम, एटीएम ब्लॉक होना, बैंक खाता वेरिफिकेशन कराने जैसी बातों में फंसाकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। शातिर लोगों के डेबिट और क्रेडिट कार्ड की जानकारी हासिल कर बैंक खातों से पैसा उड़ा रहे हैं। बैंक, आरबीआई, इंश्योरेंस कंपनियों के कर्मचारी बनकर डेबिट, क्रेडिट कार्ड, आधार और पैन कार्ड की डिटेल लेकर शातिर लोगों को चूना लगा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि बैंक खाते से जुड़ी जानकारी साझा न करं, बैंक खाते से जुड़ी ठगी के लिए साइबर क्रिमिनल आपके बैंक खाते और एटीएम से जुड़ी जरूरी जानकारियों के ही सहारे होते हैं। कोई भी बैंक आपसे इस तरह की जानकारी नहीं मांगता, इसलिए आप अपने खाते से जुड़ी जानकारी किसी के साथ शेयर ना करें। फ्रॉड कॉल आने पर इसकी जानकारी पुलिस को दें ताकि पुलिस उस ठग तक पहुंच सके और भविष्य में वो किसी और के साथ ठगी न कर सके।डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला ने कहा कि डिजिटल तकनीक के बढ़ते इस्तेमाल के साथ साइबर क्राइम के मामलों में दिन प्रतिदिन इजाफा हो रहा है।

हालांकि इसे रोकने लिए सरकार कदम भी उठा रही है, लेकिन हमें स्वयं भी जागरूक होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सावधानी से ही साइबर क्राइम से बचा जा सकता है। डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला ने पैंशनधारकों के लिए सावधानी बरतने के लिए कहा है। डीआईजी ने कहा कि पेंशन धारक स्वयं बैंक में जा कर एसएमएस अलर्ट को चालू करवाए। ताकि हर छोटी बड़ी निकासी की सूचना उन तक एसएमएस के जरिए तुरंत पहुंचे।

उन्होंने कहा कि सभी पेंशन धारक अलर्ट रहे कि यदि उन्हें किसी अंजान नंबर से फोन आए तो उसके साथ अपनी कोई भी गोपनीय जानकारी जैसे कि एटीएम कार्ड, पिन, पासवर्ड और ओटीपी आदि शेयर न करें। डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला ने कहा कि अपनी बैंक खाते की पास बुक को भी पैंशन धारक समय-समय पर अपडेट करें।

इसके अलावा किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें और अपने बैंक कार्यालय और मैनेजर का नंबर अपने पास सुरक्षित रखें ताकि किसी ठगी का शिकार होने की खबर लगते ही आप तुरंत अपना बैंक अकाउंट अस्थाई तौर पर फ्रीज करवा सकें।डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला ने कहा कि साइबर ठगी का शिकार होने पर अपनी शिकायत जल्द से जल्द बैंक, नजदीकी थाना या साइबर क्राइम थाना में दर्ज करवाए।

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