शिमला, सुरेंद्र राणा; प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी शिमला में आज 500 से ज्यादा आउटसोर्स कर्मचारी हड़ताल पर हैं। आईजीएमसी प्रशासन ने 132 आउटसोर्स कर्मचारियों की एक जनवरी से सेवाएं समाप्त कर दी है। जिसके बाद अब विरोध में 500 से ज्यादा कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं।
IGMC कॉन्ट्रैक्ट यूनियन के अध्यक्ष वीरेंद्र लाल ने बताया कि यह 132 आउटसोर्स कर्मचारी पिछले 4 सालों से लगातार अपनी सेवाएं दे रहे थे कोविड काल में इन्होंने महत्वपूर्ण सेवाएं दी लेकिन अब फरमान जारी कर बाहर का रास्ता दिखाया गया है।
उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारी, वार्ड अटेंडेंट्स और डाटा एंट्री ऑपरेटर हड़ताल पर हैं लेकिन इमरजेंसी में सेवाएं जारी हैं। उन्होंने कहा कि IGMC प्रशासन से मुलाकात की गई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया हैं। जब तक निकाले गए कर्मियों को वापिस नहीं रखा जाएगा तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
वहीं IGMC से निकाली गई महिला आउटरसोर्स कर्मचारी बताती हैं कि यहां पर 70 प्रतिशत से ज्यादा महिला कर्मचारी हैं। जिनकी रोजी रोटी इसी नौकरी पर निर्भर हैं। बच्चों और परिवार का पालन पोषण यहीं से होता हैं लेकिन अब मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है जिसका जिम्मेदार आईजीएमसी प्रशासन हैं।
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