शिमला, सुरेंद्र राणा: भाजपा के विधायक सुधीर शर्मा ने कहा की इसमें कोई संदेह नहीं कि मनमोहन सिंह एक महान आत्मा और प्रधानमंत्री थे। कांग्रेस उनके स्मारक की मांग कर रही थी, जिसे भाजपा के केंद्र सरकार ने भी स्वीकार कर लिया, लेकिन जब पीएम नरसिम्हा राव का 23 दिसंबर 2004 को निधन हुआ, उस समय मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे और कांग्रेस सत्ता में थी फिर भी उनके पार्थिव शरीर को कांग्रेस भवन में रखने की अनुमति नहीं दी गई और न ही अंतिम संस्कार दिल्ली में किया गया। उनके पार्थिव शरीर को दक्षिण भारत भेज दिया गया, जहां अंतिम संस्कार हुआ।
सुधीर शर्मा ने कहा कि दिल्ली में तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव का कोई स्मारक भी नहीं है, जब कांग्रेस सत्ता में थी और उनके अपने पार्टी के प्रधानमंत्री का निधन हुआ, तब ऐसा क्यों नहीं किया गया?
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का आर्डिनेंस फाड़ना और तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अपमान करना देश की जनता भूली नहीं है। जिस प्रकार से गांधी परिवार के सभी नेताओं ने देश के गैर गांधी परिवार के प्रधानमंत्रियों के साथ व्यवहार किया है वह जगजाहिर जनता सब जानती और समझती है, कांग्रेस नेता के समय समय पर क्या क्या किया है वह छुपा नहीं है।
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