शिमला, सुरेन्द्र राणा:शिक्षा विभाग में गेस्ट टीचर की भर्ती के निर्णय को लेकर जहां विपक्ष सरकार को घेर रहा है वहीं आज बेरोजगार युवाओं ने भी सड़कों पर उतरकर अपना विरोध जताया है। इसी के बीच शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने स्पष्ट किया है की सरकार की पहली प्राथमिकता सीधी भर्तियों की है सिर्फ अंतिम विकल्प के रूप में गेस्ट फैकल्टी की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि गेस्ट फैकल्टी की नियुक्तियों से पहले इसके लिए एसओपी तैयार की जाएगी।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि प्रदेश के दुर्गम क्षेत्र में विषम परिस्थितियों में यदि जरूरत हुई तो ही गेस्ट टीचर को रखा जाएगा लेकिन सरकार की प्राथमिकता नियमित भर्ती ही रहेगी। शिक्षा मंत्री ने विभाग में विभिन्न भर्तियों का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले वर्ष भी प्रारंभिक शिक्षा में करीब 6000 भर्तियों की मंजूरी प्राप्त हुई थी जिसमें 3200 पद भरे जा चुके हैं और 2800 पदों की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि 2500 पदों की भर्ती हमीरपुर चयन आयोग से होनी थी पर पिछले करीब डेढ़ सालों से से भर्ती बाधित थी। पर चूंकि अब सब ठीक हो गया है तो जल्दी ही इन पदों की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। स्पष्ट किया कि विभाग में विभिन्न भारती प्रक्रियाएं चलती रहेगी और गेस्ट टीचर की सेवाएं सिर्फ दूर दराज क्षेत्रों में अथवा विषम परिस्थितियों में अत्यधिक जरूरत होने पर ही ली जाएगी। इसके लिए पहले एसओपी तैयार की जा रही है।