शिमला, सुरेन्द्र राणा: एचआरटीसी की बस में राहुल गांधी के ऑडियो सुनने का मामला सामने आने के बाद राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा हो रही है। विपक्ष ने इस मामले में एचआरटीसी कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगे जाने का मुद्दा गरमा दिया है।

बाकायदा प्रेस वार्ता कर भाजपा के नेताओं ने मामले को उठाया वहीं सोशल मीडिया में भी वायरल हो रहा है। ऐसे में एचआरटीसी की ओर से उपमंडलीय प्रबंधक ने कहा है कि मामले की प्रारंभिक जांच में किसी भी तरह के साक्ष्य नहीं मिले हैं लिहाजा मामला निरस्त कर दिया गया है। चालक एवं परिचालक ने निगम को अपने जवाब में जो कहा था उसमें पाया गया कि इस प्रकार का कोई वाक्या एचआरटीसी की बस में नहीं हुआ है। शिकायतकर्ता कोई साक्ष्य नहीं दे पाया, जिसके आधार पर चालक व परिचालक के खिलाफ कोई कार्रवाई अमल में नहीं जाती। यह शिकायत सैमुअल प्रकाश नामक व्यक्ति ने की थी। यह मामला पहली नवंबर का है

जिसमें एक व्यक्ति ने सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय को शिकायत कर दी थी। उसने एचआरटीसी की बस में राहुल गांधी के खिलाफ ऑडियो चलाने की शिकायत की थी। इस पर प्रबंधन ने जांच बिठाई और चालक व परिचालक से जवाब मांगा था। उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया और शिकायतकर्ता भी इसके कोई साक्ष्य नहीं दे पाया। मामले में चालक टेक राज व परिचालक शेष राम को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था। दोनों ने अपना जवाब निगम प्रबंधन को दिया, जिसमें कहा कि उन्होंने न तो इस तरह का कोई ऑडियो चलाया न ही बस में किसी सवारी को ऐसा ऑडियो चलाते हुए सुना गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *