शिमला, सुरेन्द्र राणा;स्टाफ की कमी से जूझ रहे हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम में टेक्निकल स्टाफ की भर्ती आउटसोर्स के आधार पर होगी। इस भर्ती के लिए निदेशक मंडल की बैठक में मंगलवार को मंजूरी दे दी गई। इस बैठक की अध्यक्षता टूरिज्म के कैबिनेट रैंक चेयरमैन एवं विधायक आरएस बाली ने की। आरएस बाली ने कहा कि पर्यटन निगम में फूड कंट्रोलर, एफ एंड बी मैनेजर और हाउसकीपिंग मैनेजर जैसे कई तकनीकी पद खाली हैं, जिन्हें आउटसोर्स आधार पर हायर किया जाएगा। यह भी फैसला हुआ कि ज्यादा टूरिस्ट वाले कुल्लू, मनाली रीजन में होटल सिल्वर इन कुल्लू, नग्गर कैसल, रोहतांग रोनाल्सो, क्लब हाउस मनाली को करोड़ों रुपए की लागत से रिनोवेट किया जाएगा। क्लब हाउस मनाली में आइस स्केटिंग और रोलर स्केटिंग की सुविधा भी दी जाएगी। इसके लिए टेंडर किये जा रहे हैं। निदेशक मंडल ने शिमला के होटल होलीडे होम के साथ जमीन पर एचपीटीडीसी का कारपोरेट ऑफिस बनाने का भी फैसला किया, जिसके लिए डीपीआर और मैप बनाने के आदेश दिए गए।

यह भी निर्णय हुआ कि एडीबी के तहत नगरोटा के रजियाणा में बने आर्ट एंड क्रॉफ्ट सेंटर को अब पर्यटन निगम चलाएगा। आरएस बाली ने कहा कि पहली बार ट्रैवल मैनेजर कंपनी के साथ पर्यटन निगम एक एग्रीमेंट करने जा रहा है, जिसके तहत निगम को कंपनी एडवांस में ही बाद में बुक होने वाले कमरों की पेमेंट कर देगी। इससे करोड़ों रुपए एडवांस में आ जाएंगे। इस बैठक में पर्यटन निगम के होटल के लिए सेंट्रल बाइंग यूनिट बनाने का भी फैसला लिया गया। इसके लिए पर्यटन निगम के एमडी को दस दिन में रोड मैप बनाने को कहा गया है। आरएस बाली के साथ प्रेस वार्ता में पर्यटन निगम के एमडी राजीव कुमार और अन्य निदेशक भी मौजूद थे।

हिमाचल और हिमाचल से बाहर पर्यटन निगम के पास कुल 60 होटल या रेस्टोरेंट हैं। इनमें से 35 घाटे में चल रहे हैं। आरएस बाली ने एक सवाल के जवाब में कहा कि 1972 से लेकर अब तक का रिकार्ड देखें तो 90 फीसदी समय ये यूनिट घाटे में ही थे। इसकी एक वजह यह भी है कि पर्यटन निगम सरकार की और लाइबिलिटी भी उठाता है। दूसरा कर्मचारियों के एरियर के तौर पर पिछले सात साल में काफी भुगतान करना पड़ा है। इसके बावजूद पर्यटन निगम में सब ठीक है और कर्मचारियों को डरने की जरूरत नहीं है।

पर्यटन निगम की वित्तीय स्थिति को ठीक करने के लिए राज्य सरकार की ओर से बनाई गई कमेटी के बारे में पूछने पर आरएस बाली ने कहा कि पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव तरुण श्रीधर को उन्होंने ही सबसे पहले अप्रोच किया था। उनका लंबा प्रशासनिक अनुभव है और वह सरकार के काम के सुझाव दे सकते हैं। वह लंबे समय तक टूरिज्म को चला चुके हैं। श्री बाली ने कहा कि तरुण श्रीधर ने इस जिम्मेदारी के बदले एक रुपए भी राज्य सरकार से नहीं लिए।

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