धर्मशाला, अभय: मकलोडगंज के समीप केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) के 17वीं निर्वासित तिब्बती संसद के आठवें सत्र के शुरु होने से पहले गुरुवार सुबह एक तिब्बति मूल की अमरीका नागरिकता प्राप्त महिला ने तिब्बती मंत्रियों का रास्ता होकर उनका विरोध किया। गुरुवार को जब केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के मंत्री संसद की कार्यवाही में भाग लेने के लिए जा रहे थे, तो उस समय एक तिब्बती महिला ने उनको रोकने का प्रयास किया, और अभद्र टिप्पणियां की। इस दौरान पुलिस विभाग के धर्मशाला और मकलोडगंज पुलिस के जवानों ने उन्हें रोका और बीच-बचाव करते हुए मामले को शांत करने का प्रयास किया। इस बीच पुलिस की टीम ने महिला को डिटेन करके पूछताछ करते हुए दस्तावेज भी जांचे हैं।

इस दौरान महिला के पास अमरीकन नागरिकता के दस्तावेज पाए गए हैं। इस आधार पर अब सुरक्षा एजेंसियां व पुलिस विभाग भी अलर्ट हो गए हैं। मामले में महिला को लेकर सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है। इसमें पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या महिला का इरादा मात्र संसद के दौरान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करना ही था कि किसी अन्य इरादे से संसद में पहुंची थी। हालांकि दूसरी ओर संसद में अपनी मांगों को लेकर संसद में धरने पर डटे हुए विपक्षी दल व लोगों की मांगों को भी पूरा कर दिया गया है, जिसके बाद उक्त महिला भी मांगों के पूरा होने पर आयोजित किए गए समारोह में शिरकत करती हुई नज़र आई है।

पुलिस से शुरू की छानबीन

इस मामले को लेकर कांगड़ा की पुलिस अधीक्षक (एसपी) शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के प्रतिनिधियों और उनके वाहनों को एक महिला ने रोकने का प्रयास किया है। पुलिस टीम द्वारा बीच बचाव करके रोका गया, महिला के दस्तावेजों की जांच करने के बाद वह महिला अमरीका की पाई गई है। इस महिला के विरोध को लेकर क्या मंशा थी, या फिर यह एक राजनीतिक प्रदर्शन था, पुलिस द्वारा इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया की प्राथमिक दस्तावेज और बीजा की जांच के आधार पर यह महिला तिब्बती मूल की अमरीकन नागरिकता वाली महिला है। इसके साथ पुलिस यह भी जांच कर रही है कि यह महिला कब से धर्मशाला-मकलोडगंज में रह रही है।

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