शिमला, सुरेंद्र राणा: राज्य के दो लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों को आखिरकार महीने के पांचवें दिन वेतन मिल गया। गुरुवार सुबह ही स्टेट बैंक के खाता धारक कर्मचारियों को सैलरी का मैसेज आ गया था जबकि अन्य बैंकों के लिए दोपहर तक यह मैसेज आया।
इससे सरकारी कर्मचारियों ने राहत की सांस ली, क्योंकि ऐसा हिमाचल में पहली बार हुआ है। कर्मचारियों की सैलरी पर 1200 करोड़ का भुगतान किया गया है। अब राज्य सरकार 10 सितंबर को पेंशनरों को पेंशन का भुगतान करेगी। इसके लिए 800 करोड़ की जरूरत है, लेकिन सैलरी देने के दिन ही राज्य सरकार ने 700 करोड़ लोन ओपन मार्केट से उठाने का फैसला ले लिया। यह लोन 10 सितंबर को होने वाली बोली के जरिए मिलेगा और 11 सितंबर को राज्य सरकार के कोषागार में राशि आ जाएगी। राज्य सरकार को 700 करोड़ की यह धनराशि ब्याज के साथ 15 साल बाद लौटानी होगी। इस लोन के बाद राज्य सरकार के पास अगले तीन महीने के लिए 1617 करोड़ की लिमिट बच गई है। यानी दिसंबर तक सिर्फ 1617 करोड़ ही राज्य सरकार ऋण के रूप में उठा पाएगी। गौरतलब है कि पिछले कल ही मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बताया था कि ट्रेजरी में आने वाले पैसे के हिसाब से इस बार पांच तारीख को वेतन और 10 तारीख को पेंशन दी जाएगी। छह सितंबर को रिवेन्यू डिफिसिट ग्रांट के 520 करोड़ और 10 सितंबर को केंद्रीय करों में हिमाचल के हिस्से के 740 करोड़ आने हैं। इस शेड्यूल से राज्य सरकार ने लोन पर ब्याज के तौर पर ही दो करोड़ 85 लाख बचाए हैं। हालांकि अगले महीने पहले तारीख को ही वेतन देने का भरोसा सीएम ने दिया है।
+ There are no comments
Add yours