कुल्लू: बंजार के सुराग शिल्ह जंगल में देवदार के हरे पेड़ों के कटान मामले में वन विभाग सख्त हो गया है। वन विभाग ने कोताही बरतने पर वनरक्षक को निलंबित कर दिया है। वन विभाग की ओर से दो अन्य अधिकारियों डिप्टी रेंजर और रेंजर को भी कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। मामला बंजार से हिमाचल की विधानसभा तक पहुंचने के बाद अब वन विभाग एक्शन में है।

पिछले दिनों बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी ने सुराग शिल्ह जंगल में हरे पेड़ों के अवैध कटान का मामला उठाया था। इसके बाद वन विभाग की ओर से जांच के लिए दो टीमों का गठन किया गया। जंगल का दायरा 7,000 बीघा में फैला होने के कारण अभी जांच पूरी नहीं हो पाई है। इसके लिए डीएफओ बंजार की ओर से कुछ और समय मांगा गया है। विभाग की प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि 16 हरे पेड़ों को काटा गया है।

इसके लिए वन विभाग की ओर से ठेकेदार पर करीब एक करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। वन विभाग ने विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी है। वन विभाग ने संबंधित वनरक्षक को निलंबित कर दिया है, जिसने विभाग को हर महीने भेजी जाने वाली रिपोर्ट नहीं सौंपी। कुल्लू से लेकर विधानसभा तक मामला गूंजा है।

क्या कहते हैं अधिकारी
अवैध कटान मामले में प्रारंभिक तौर पर संबंधित बीट के वनरक्षक को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही डिप्टी रेंजर और रेंजर को भी कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। ठेकेदार पर 16 पेड़ों का नुकसान करने पर जुर्माना भी लगाया गया है। मामले की जांच चल रही है। पुलिस भी छानबीन में जुटी है- संदीप शर्मा, अरण्यपाल, कुल्लू

वन निगम ने भी की है कार्रवाई
अवैध कटान मामले में वन निगम कुल्लू की ओर से भी कार्रवाई अमल में लाई गई है। वन निगम की ओर भी प्रारंभिक तौर पर वनरक्षक और डिप्टी रेंजर को निलंबित किया जा चुका है। पुलिस भी मामले की छानबीन कर रही है। इसमें अन्य लोगों की लापरवाही पाई जाती है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed