भोजन में रंग-बिरंगे अनाज और सब्जियां मधुमेह, रक्तचाप जैसी बीमारियों को नियंत्रित कर सकते हैं। बैंगनी मक्का, लाल चावल और नीले आलू जैसे रंगीन अनाज पौष्टिकता से भरपूर होते हैं। यह खुलासा एक अध्ययन में हुआ है। इस अध्ययन को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान शिमला से राहुल कुमार तिवारी और रविंद्र कुमार ने किया है। इस अध्ययन टीम में गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर से ईशिता शर्मा, लवली प्रोफेशनल विश्वविद्यालय जालंधर से प्रियंका लाल, आईसीएआर-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान कटक से अवधेश कुमार और मिलन कुमार लाल, डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा से किल्ली प्रसाद सहित शोधकर्ताओं की एक टीम ने सहयोग किया है।
अध्ययन में पाया गया है कि पारंपरिक रूप से सफेद चावल, गेहूं और मक्का आहार की आधारशिला रहे हैं। हालांकि, बैंगनी मक्का, लाल चावल और नीले आलू जैसी रंगीन किस्में महत्वपूर्ण लाभ देती हैं। वह स्वाभाविक रूप से स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले यौगिकों से भरपूर हैं। अध्ययन में भोजन में रंगीन स्टेपल शामिल करने के कई प्रमुख लाभों पर प्रकाश डाला गया।
ये जीवंत खाद्य पदार्थ एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं और पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं। जैसे-जैसे उपभोक्ता कृत्रिम योजकों से दूर होते जा रहे हैं। वे रंगीन स्टेपल खाद्य उत्पादों में रंग जोड़ने का एक प्राकृतिक तरीका प्रदान करते हैं।

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