शिमला, सुरेन्द्र राणा: हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें लगातार दूसरे दिन भी कई रूटों पर बाधित रही। वीरवार को जहां 285 रूटों पर एचआरटीसी ने अपनी बस सेवाओं को नहीं चलाया वहीं शुक्रवार को 82 रूटों पर एचआरटीसी बसें नहीं चलीं। निगम को दो दिनों में बारिश की वजह से हुए नुकसान के चलते बसें नहीं चलाने पर करीब 15 लाख रुपए का नुकसान आंका गया है। 7326 किलोमीटर पर एचआरटीसी की बसें नहीं चली। परवाणू, सोलन, नाहन, तारादेवी व नेरवा के सभी रूटों को वापस बहाल कर दिया है, जहां पर शुक्रवार को आम जनता का बस सेवा मुहैया हुई। वहीं जिन रूटों पर शुक्रवार को भी बसें नहीं चलाई गई हैं उनमें शिमला लोकल में दो रूट बंद रखे गए। शिमला ग्रामीण के भी दो रूटों पर बसें नहीं गई। करसोग का एक रूट बंद रखा गया, तो वहीं रामपुर में 29 रूटों पर बस सेवा अभी भी बाधित रही है।
रिकांगपिओ में एक रूट पर अभी बस नहीं जा रही है, तो वहीं बिलासपुर में भी तीन रूट बाधित है, जहां एचआरटीसी ने अपनी बस नहीं भेजी। मंडी में एक रूट बंद रखा है, जबकि धर्मपुर में दो रूटों पर बस सेवा बाधित रही। कुल्लू के 20 रूट अभी भी बाधित है, जहां लोगों को बस सेवा नहीं मिल पाई है। यहां पर भारी बारिश की वजह से कई सडक़ें प्रभावित हुई हैं, जिस कारण आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। केलांग में दो रूट बंद है, तो वहीं धर्मशाला में भी दो रूटों पर बस सेवा नहीं दी गई। पठानकोट के छह रूटों पर बसों की आवाजाही बाधित है, वहीं चंबा में नौ तथा जोगिंद्रनगर में दो रूटों पर एचआरटीसी की बसें नहीं चलाई गई हैं।
मौसम साफ, तो आज बहाल होंगी सडक़ें
बारिश के चलते शुक्रवार को 82 रूटों पर सेवाएं बंद रही। उम्मीद है कि मौसम ठीक रहने के चलते शनिवार को लगभग सभी रूटों को बहाल कर दिया जाएगा, जिन क्षेत्रों में ज्यादा नुकसान हुआ है और वहां सडक़ें पूरी तरह से बाधित हैं वहां अभी बसों को नहीं भेजा जाएगा। एचआरटीसी ने अपने ड्राइवरों को इस संबंध में निर्देश दे रखे हैं कि वह खराब सडक़ों और खराब मौसम में नहीं चलेंगे।
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