पंजाब दस्तक, सुरेंद्र राणा: सुविधाएं न देने को लेकर अकसर विवादों में रहने वाली डेराबस्सी की हाउसिंग पार्क रेजिडेंशियल सोसायटी के मेन रोड ऑफिस के बाहर हंगामा हो गया। जब एसबीपी के फ्लैट्स में रहने वाले दर्जनों लोग फ्लैट्स में कूड़ा इक_ा कर कार्यालय के बाहर पहुंच गए। लोगों ने कार्यालय के बाहर कूड़ा रख दिया और एसबीपी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। लोग दोपहर से लेकर शाम तक एसबीपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। वह कार्यालय से बाहर आए और धरना देने के लिए तंबू लगाने की तैयारी करने लगे। समाचार लिखे जाने तक कार्यालय के बाहर लोग मौजूद थे। विरोध कर रहे लोगों ने कहा कि उनमें से कई लोग यहां फ्लैट लेकर रह रहे हैं, तब से वे बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए तरस रहे हैं। दो दिन पहले रात में एक शख्स की सिक्योरिटी गार्ड से बहस हो गई थी, जिसे बड़ा मुद्दा बनाते हुए कूड़ा उठाने वाले कर्मचारियों ने काम करना बंद कर दिया, फ्लैटों से कूड़ा उठाना बंद कर दिया। सुरक्षाकर्मियों से बदसलूकी करने वाले शख्स ने माफी मांगने की कोशिश की, लेकिन उसे 4 घंटे तक ऑफिस के बाहर खड़ा रखा गया। लोगों का कहना है कि फ्लैट्स में दो दिन का कूड़ा जल रहा है। गर्मी के कारण बदबू आने लगी है।
बिल्डर और आरडब्ल्यूए,अन्य अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन किसी ने नहीं सुनी।एक फ्लैट मालिक की गलती की सजा सैकड़ों फ्लैट मालिकों को देना गलत है। जब भी किसी से कोई बात नहीं सुनी गई, तो गुस्साए फ्लैट मालिक भी अपने घरों में कूड़े का ढेर लेकर डेराबस्सी में एसबीआईपी के नवनिर्मित कार्यालय में पहुंच गए। यहां पहुंचकर उन्होंने हंगामा किया और एंट्री प्वाइंट पर बैठ गए। इस मौके पर फ्लैट मालिक ने आरोप लगाया कि एसबीपी के एक व्यक्ति के कारण यह सब हो रहा है, जब तक वह सामने नहीं आएगा, लोगों का गुस्सा शांत नहीं होगा। महिलाओं ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि एसबीपी प्रोजेक्ट में फ्लैट लेकर उन्हें फंसा दिया गया है। ये लोग फ्लैट बेचते समय नकली सब्जबाग दिखाते हैं, जबकि हकीकत यह है कि कुछ लोग अलग हैं। अगर आप एसबीएसपी की जमीनी हकीकत देखना चाहते हैं तो आपको हाउसिंग पार्क का दौरा जरूर करना चाहिए।