इसके अतिरिक्त बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सत्र के दौरान विधानसभा की आंतरिक सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा तैनात सभी सुरक्षा अधिकारियों और कर्मचारियों की सेवाएं प्रशासनिक तौर पर पूर्णतया विधानसभा अध्यक्ष के अधीन रहेंगी, ताकि वे विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर जारी किए गए आदेशों की परिपालना कर सकें।
पठानिया ने कहा कि दोनों विधानसभा परिसरों की सुरक्षा चाक-चौबंध होनी चाहिए तथा सत्र के दौरान अनुशासन और सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक न हो, यह सुनिश्चित किया जाए। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा, पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था अभिषेक त्रिवेदी, विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा, पुलिस महानिरिक्षक सर्तकता संतोष पटियाल और पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी मौजूद थे।
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