शिमला, सुरेंद्र राणा: लोकसभा चुनाव और छह विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में हार-जीत के कारणों की कांग्रेस पार्टी और सरकार समीक्षा करेंगे। सरकार ने गंभीरता दिखाते हुए 12 जून को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुला ली है। चार लोकसभा सीटों पर हार और छह में से चार विधानसभा सीटों पर जीत पर सरकार खुश नहीं है और हर एक पहलू को समझ कर समीक्षा की जाएगी, ताकि आने वाले समय में होने वाले तीन उपचुनाव में सरकार मनमाफिक परिणाम हासिल कर सके।
चुनाव आचार संहिता हटने के बाद राज्य सरकार में गतिविधियां जोर पकड़ रही हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शनिवार को नई दिल्ली जाएंगे और कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में शामिल होंगे। यह बैठक 11 बजे बुलाई गई है। इस बैठक में लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद की रणनीति तय होगी। हिमाचल में विधानसभा उपचुनाव और विधानसभा में कांग्रेस को चार और विधायकों से मिले बहुमत को लेकर भी चर्चा हो सकती है। दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री कांग्रेस विधायक दल की बैठक लेंगे।
यह बैठक 12 जून को होटल पीटरहाफ में दोपहर 12 बजे बुलाई गई है। संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन सिंह चौहान के कार्यालय से सभी विधायकों को इसकी सूचना चली गई है। 12 जून को ही विधानसभा में नए विधायकों की शपथ होगी।
इस शपथ और विधायक दल की बैठक के बाद 15 जून या इसके बाद कैबिनेट की बैठक की तैयारी है। संबंधित विभागों को एजेंडा नोट तैयार करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि चुनाव की लंबी ब्रेक के बाद कैबिनेट की बैठक से ही अगले फैसलों की शुरुआत होगी। राज्य सरकार को तीन और उपचुनावों की सीटों पर भी ध्यान देना होगा। अदालतों से आए फैसलों के अनुसार कर्मचारियों को अनुबंध की सीनियोरिटी और वेतनमान एरियर को लेकर भी फैसले लेने होंगे। राज्य में दो साल की अनुबंध सेवा पूरे करने वाले कर्मचारी रेगुलर होने का इंतजार कर रहे हैं। इनको लेकर भी अभी आदेश होने लंबित हैं। कई विभागों में परीक्षा पास करने के बाद ज्वाइनिंग लंबित है। महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए देने की योजना को लेकर भी चुनाव प्रचार के दौरान काफी बातें हुई हैं। इस बारे में भी सरकार को अब फैसला लेना है।
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