ऊना: गर्मियों में अग्निकांड की घटनाओं को लेकर संवेदनशील क्षेत्र घालूवाल में मंगलवार को स्वां नदी के किनारे 82 झुग्गियां जलकर राख हो गई। इस भयंकर अग्निकांड में दूसरे राज्यों के 55 परिवार बेघर हो गए हैं। इन परिवारों को इस घटना में लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। इन लोगों का झुग्गी-झोपड़ी के साथ खाद्य सामग्री, खाना बनाने व खाना खाने वाले बरतन, कपड़े व बिस्तर सहित अन्य कीमती सामान भी आग की भेंट चढ़ गया। आग बुझाने के लिए प्रवासी मजदूरों ने पूरा प्रयास किया, लेकिन देखते ही देखते सब राख हो गया।

अग्निकांड की सूचना मिलते ही फायर स्टेशन ऊना की गाडिय़ां टीम सहित मौके पर पहुंच गई। फायर पोस्ट टाहलीवाल से भी एक गाड़ी को घटनास्थल पर बुलाया गया। आग पर काबू पाने के लिए फायर कर्मचारियों को भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा।

फायर कर्मचारियों ने 40 से 45 झुग्गियों को आग की चपेट में आने से बचा लिया गया। अग्निकांड की घटना में अपनी सेवाएं देने वाले फायर कर्मियों में अग्र प्रशामक सुभाष चंद व जयपाल, प्रशामक हैप्पी, चालक मुनीष कुमार व टाहलीवाल गाड़ी के प्रशामक कायाराम, अश्वनी कुमार, अनिल कुमार व चालक जगदेव चंद शामिल रहे। जिला फायर अधिकारी नीतिन धीमान ने बताया कि घालूवाल स्वां नदी के किनारे हुए अग्निकांड में प्रवासी मजदूरों के परिवारों को करीब दो लाख के आसपास नुकसान हुआ है। अग्निकांड में 82 झुग्गियां आग की भेंट चढ़ी हैं, तो 52 झोपडिय़ों को फायर कर्मचारियों ने सुरक्षित बचा लिया है।

घालूवाल में स्वां नदी के किनारे अग्निकांड में पीडि़तों को सुहानूभुति देने के लिए एसडीएम हरोली राजीव ठाकुर ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया। प्रभावित परिवारों के लिए भोजन और ठहरने की व्यवस्था समेत अन्य सभी आवश्यक सेवाओं के प्रबंध प्रशासन ने कर दिए हैं। दुर्घटना में घायल चार लोगों को इलाज के लिए ऊना हॉस्पिटल ले जाया गया।

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