शिमला, सुरेंद्र राणा:हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम अपने कर्मचारियों को सही समय पर वेतन देने मे असमर्थ है। हि०प्र०प०वि०नि० कर्मचारी संघ के महासचिव ने कहा कि निगम से सेवानिवृत हुए और हो सेवानिवृत हो रहे कर्मचारियों को उनकी जिंदगी की पूरी कमाई यानी उनकी(ग्रेजुटी एवं लिव इन कैशमेंट) के भुगतान करने को नहीं है।सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें अपनी देनदारियों के लिए उच्च न्यायालय का सहारा लेना पड़ रहा है। निगम में कार्यरत कर्मियों का गत 2016 से ले कर DA,IR आदि देय एरियर का भुगतान अभी भी शेष है और वही दूसरी ओर निगम मे आये दिन एक -एक करके निगम से 4 -5 वर्षो से सेवानिवृति पश्चात् फिर से कुछ अधिकारीयों को सेवा विस्तार दिया जा रहा है। जिसका निगम कर्मचारी संघ निगम प्रवंधन का कड़ा विरोध करता है व प्रवंधन को चेतावनी भी देता है कि यदि इस तरह निगम मे ये सेवाविस्तार पर रोक नहीं लगती है तो प्रदेश स्तर पर एक विरोध प्रदर्शन किया जाएगाा।
उन्होंने कहा कि एक और प्रदेश सरकार शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने की बात कर रही है और पुरे प्रदेश मे बेरोजगार नौजवान अच्छे संस्थानों से होटल व्यवसाय से जुडे हुए विभिन्न अति आधुनिक कोर्स करने के पश्चात् नौकरी की तलाश मे दर -दर कि ठोकरें खा रहें है अतः ऐसे सेवाविस्तार कि जगह इन वेरोजगार युवाओं को निगम मे लाया जाये।
पर्यटन निगम कर्मचारी संघ प्रदेश के मुख्यमंत्री से आग्रह करता है कि निगम की वित्तीय स्थिति को मध्य नजर रखते हुए इस प्रथा को तुरंत प्रभाव से बंद करे।
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