शिमला, सुरेंद्र राणा: सरकार का हर घर तक स्वच्छ जल पहुंचाने का दावा खोखला साबित हुआ है। बरसात के दिनों में लोगों के घरों तक मिट्टी से युक्त पानी जरूर आता देखा होगा लेकिन सूखे के दिनो मे भी सुन्नी तहसील की ग्राम पंचायत नीन के लोग सिवरेज का गंदा पानी पीने को मजबूर है।
पंचायत के प्रधान बलदेव वर्मा ने बताया कि सरकार और आईपीएच विभाग साफ स्वच्छ पानी घरों तक पहुंचाने का दावा करती है लेकिन नीन पंचायत के लोग गंदा पानी पीने को मजबूर है। पहले भी कई बार पानी के सैंपल फेल हो चुके हैं। इसकी बार-बार शिकायत विभाग से की जाती है लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
उन्होंने कहा कि दूषित पानी पीने से पीलिया व अन्य भयंकर बीमारियों का खतरा पैदा हो गया है। क्यारकोटि और अनाडेल सीवरेज प्लांट से पानी छोड़ा जाता है जो आगे चलकर पीने के पानी में मिलता है। उन्होंने कहा कि इस बारे में एक्सिन सुन्नी से बात कि गई तो उन्होंने कहा कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट वालों को पहले भी लिखित रूप से अवगत करवाया गया है। बावजूद इसके इन सिवरेज प्लांट से बिना अवगत करवाएं पानी छोड़ा जा रहा है।
बलदेव वर्मा ने कहा कि यहां से साथ आठ परियोजनाओं को पीने का पानी जाता है। जिसका लाभ 17 पंचायतों को मिलता है लेकिन इस तरह की लापरवाही से लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
उन्होंने विभाग व सरकार से मांग की है कि इसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए ताकि लोगों को साफ व स्वच्छ पानी पीने को मिल सके।
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