शिमला, सुरेंद्र राणा: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के कई इलाकों में जलवायु परिवर्तन के कारण कम बर्फबारी के चलते गर्मियों में सिंचाई के लिए पानी की समस्या का सामना करना पड़ता है। लेकिन, हांगो गांव के लोगों इस समस्या का तरीका खोज लिया है। लोगों ने पाइप के जरिये पानी लाकर उसे नाले में गिराकर कृत्रिम ग्लेशियर बनाने का एक तरीका अपनाया है।
हांगो गांव के लोगों ने लद्दाख के भारतीय सिविल इंजीनियर चेवांग नोरफेल की ओर से बनाए गए कृत्रिम ग्लेशियर की तकनीक को अपनाकर यह कमाल किया। लोगों ने एक छोटे नाले को घाटी में मोड़कर चेक डेम बनाकर पानी की धारा को धीमा करके कृत्रिम ग्लेशियर बनाएं। विशेषज्ञों के अनुसार कृत्रिम ग्लेशियर भूजल पुनर्भरण को बढ़ाते हैं, झरने को पुनर्जीवित करते हैं और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराते हैं।
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