हिमाचल पर्यटन विकास निगम कर्मचारी यूनियन की बैठक में इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई चर्चा

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शिमला, सुरेंद्र राणा: हिमाचल पर्यटन विकास निगम कर्मचारी यूनियन की एक बैठक शिमला मे हुई जो की कर्मचारी संघ के नवनियुक्त अध्यक्ष हुक्म राम एवं महासचिव राज् कुमार शर्मा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में निगम की वित्तीय स्थिति को लेकर गंभीर चिंता की गई जिसका मुख्य कारण पूरे विश्व देश और प्रदेश में कोविड 19 जैसी जानलेवा महामारी जिससे सीधे तौर पर पर्यटन उद्योग व पर्यटन निगम को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा। जिससे कर्मचारियों के देय मानदेय डी॰ ऐ॰ , आई॰ आर ॰ और सेवानिवृत्त कर्मचारियों की महत्वपूर्ण देनदारियों का एक बड़ी राशि का बोझ निगम पर है।

covid19 के बाद थोड़ा बहुत प्रदेश मे पर्यटन उद्योग को कुछ गति मिली ही थी लेकिन बीती बरसात में अचानक आयी आपदा से पर्यटन कारोबार एक बार फिर से पूरी तरह ठप हो गया और निगम की आय शून्य (0)हो गई।

इस बैठक मे मुख्य तौर पर निगम को कैसे घाटे से उभारा जाये इस पर गहनता से मंथन किया गया और प्रदेश सरकार से एक विशेष पैकेज की मांग करने के बारे मे चर्चा की गई।

जिससे कि सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मचारियों की देनदारियों का एकमुश्त भुगतान किया जाये क्योंकि हमारे बहुत से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को अपनी पूरी उम्र की कमाई हुई राशि को लेने के लिए माननीय उच्च न्यायालय का सहारा लेना पड़ रहा है।  निगम को उनकी देय राशि का भुगतान अतिरिक्त ब्याज सहित देना पड़ रहा है!अतः आज थोड़ा सा जो व्यवसाय निगम करने भी लगा है उस कमाई से यह व्याज के रूप मे हमारे सेवानिवृत कर्मचारियों को देना पड रहा है।

कर्मचारी संघ यह मांग करता है कि पर्यटन निगम को एक विशेष पैकेज दे इसके साथ साथ पर्यटन निगम की बसों को सुचारू रूप से संचालन करे जिससे कि पूरे भारत वर्ष में पर्यटन निगम का प्रचार होता है और परिवहन क्षेत्र के किसी अधिकारी की नियुक्ति या हिमाचल परिवहन निगम से किसी अधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाये जिससे इस इकाई में कमाई हो!

इसके साथ-साथ हाल ही में निगम मे सेवारत हुए कर्मचारियों में पुनःरोजगार (Re-employement)जैसी प्रथा को तुरंत प्रभाव से स्थगित किया जाये जिसका कर्मचारियों में भारी रोष और विरोध है और जो कार्यरत कर्मचारी के पदोन्नती में भी एक बहुत बड़ी बाधा बनती है जिसका असर निचले स्तर के कर्मचारियों तक पड़ता है, बजाय इस के प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र मे अच्छे पढ़े-लिखे शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार का अवसर दिया जाये जिससे एक आधुनिक पर्यटन का विकास हो सके और निगम के विभिन्न श्रेणियों में रिक्त पड़े पदों को भरा जाये।

संघ यह भी मांग करता है कि पर्यटन की किसी भी इकाई का निजीकरण ना किया जाये बल्कि निगम के आधारभूत ढांचे को और मजबूत सुदृढ़ बना कर आज निगम को पूरे भारत वर्ष मे एक मॉडल पर्यटन राज्य बनाकर संचालन किया जाये हम सब का यही मानना है जी!क्यूँकी प्रदेश में पर्यटन की आपार संभाबाना विद्यमान है इसमे कोई अतिश्योक्ति नहीं!

इस बैठक में विशेष रूप से पर्यटन निगम कर्मचारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष  राजीव सोनी, संघठन मंत्री श्यामानन्द, प्रैस सचिव  अनुराग शर्मा, बीरबल ठाकुर,चेतराम ठाकुर, रुक्मणि ठाकुर, हीरा लाल, नागेश ठाकुर, रितेश भी मौजूद रहे।

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