अधिकारी नहीं सुन रहे मंत्री और विधायकों की बात, विधानसभा सचिवालय में अवमानना की शिकायत

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शिमला, सुरेंद्र राणा: एक मंत्री और चार विधायकों ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा सचिवालय में अधिकारियों के खिलाफ अवमानना की शिकायतें की हैं। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया से इन शिकायतों को विशेषाधिकार समिति को भेजने का आग्रह किया है। इस पर विधानसभा सचिवालय ने संबंधित अधिकारियों और विभागों से जवाब तलब किया है। अफसरों और विभागीय प्रतिनिधियों का पक्ष जानने के बाद विधानसभा अध्यक्ष इस पर निर्णय लेंगे कि इन शिकायतों को आगामी कार्रवाई के लिए प्रिविलेज कमेटी (विशेषाधिकार समिति) को भेजा जाए या नहीं।

विशेषाधिकार हनन की शिकायतें करने वाले पांच विधानसभा सदस्यों में कांग्रेस से मंत्री जगत सिंह नेगी और लाहौल-स्पीति के विधायक रवि ठाकुर हैं। अन्य तीन भाजपा विधायकों में बंजार से सुरेंद्र शौरी, नाचन से विनोद कुमार और सरकाघाट से दलीप ठाकुर हैं। बागवानी जगत सिंह नेगी ने बताया कि कसौली छावनी परिषद में उन्हें बहुत से लोग मिले थे। वहां रेहड़ी-फड़ी और टैक्सी वालों को हटा दिया गया। इस पर उन्होंने कार्यकारी अधिकारी को बुलाया तो उन्होंने खुद को व्यस्त बताया। वास्तविकता जानने के लिए तहसीलदार को मौके पर भेजा गया तो वह व्यस्त नहीं थीं।

इस पर उन्होंने अवमानना की शिकायत की है। वर्तमान में यह कार्यकारी अधिकारी मेरठ स्थानांतरित की गई हैं। कांग्रेस विधायक रवि ठाकुर ने डीएफओ कुल्लू के खिलाफ शिकायत की है। उन्होंने बताया कि मनाली में उनके घर के लिए 1972 से रास्ता जा रहा है। उनकी बेटी यहां पर सड़क के साथ घर बनाना चाह रही थीं। सड़क को डीएफओ ने यह कहकर खुदवा दिया कि वन अधिकार अधिनियम में इसकी अनुमति नहीं ली गई है। यह सड़क तो उस वक्त बन गई, जब इस तरह की अनुमतियां नहीं ली जाती थीं। पंचायत प्रधान ने भी लिखकर दिया है कि यह सड़क 1972 से इस्तेमाल हो रही है। डीएफओ ने राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है।

भाजपा विधायक दलीप ठाकुर ने भी स्थानीय डीएसपी के खिलाफ शिकायत की है कि उनका व्यवहार और बातचीत करने का तरीका सही नहीं है। दलीप ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री हेलीपैड पर उतर रहे थे, उन्हें मिलने नहीं दिया गया। जब कहा कि वह विधायक हैं तो उन्होंने कहा कि कोई बात नहीं। बंजार के भाजपा विधायक सुरेंद्र शौरी ने कुल्लू दशहरा के दौरान देवी-देवताओं के अस्थायी शिविरों को जोर-जबरदस्ती उखाड़ने पर तहसीलदार कुल्लू को उपायुक्त से बात कर लेने तक रुकने को कहा तो जनसमूह के समक्ष उनसे दुर्व्यवहार किया गया। नाचन के भाजपा विधायक विनोद कुमार ने बल्ह के एसडीएम और कानूनगो के खिलाफ अवमानना की शिकायत की है कि आपदा के समय जब वह तिरपाल मांगने गए तो उनके साथ उचित व्यवहार नहीं किया गया।

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