पंजाब दस्तक, सुरेन्दर राणा: पंजाब में डेंगू का संकट गहरा गया है। डेंगू संक्रमित लोगों का आंकड़ा अब तक 10092 पहुंच गया है, जबकि गत वर्ष मरीजों की संख्या करीब 11 हजार थी। इन आंकड़ों ने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है।
हालांकि अधिकारियों का कहना है कि राज्य के सभी अस्पतालों में मरीजों का टेस्ट और इलाज फ्री में किया जा रहा है। ऐसे में मरीजों को घबराने की जरूरत नहीं है। किसी को भी लगता है कि वह संक्रमित हो सकता है तो उसे पहल के आधार पर निकटवर्ती सरकारी अस्पताल में संपर्क करना चाहिए।
सूबे के 23 जिलों में रोजाना डेंगू संक्रमण केस आ रहे हैं। इसमें कई जिले ऐसे हैं, जहां पर मरीजों की अब तक संख्या 500 पार हो चुकी है। मोहाली, होशियारपुर, अमृतसर, गुरदासपुर और पटियाला जिलों में काफी तेजी से केस बढ़ रहे हैं। सरकार ने नगर निगमों, नगर काउंसिलों और पंचायतों को हिदायत दी है कि वे अपने एरिया में जागरूकता मुहिम चलाएं। लोगों को बीमारी के प्रति जागरूक करें। साथ ही डेंगू का लारवा चेक करने के लिए चेकिंग मुहिम चलाई जाए।
अब तक 10 हजार से अधिक केस आ चुके हैं। मंगलवार को डेंगू के 138 केस व चिकगुनिया के 14 केस आए हैं। लोगों को बीमारी से बचने की कोशिश करनी चाहिए। आदर्श पाल कौर, डायरेक्टर पंजाब स्वास्थ्य विभाग।
डेंगू के मामले
वर्ष केस मौत
2016 10439 15
2017 15398 18
2018 14980 09
2019 10170 14
2020 8345 22
2021 28389 55
2022 11030 41
होशियारपुर में आ रहे हैं अधिक केस
सितंबर में होशियारपुर जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 1200 से अधिक हो गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आकड़ों के मुताबिक जिला होशियारपुर तीसरे नंबर से एक नंबर पर आ गया है। जिलेवार देखा जाए तो लुधियाना में अब तक 867 डेंगू संक्रमित मिले हैं, जबकि 15 की मौत की हुई है। डेंगू के एक्टिव मरीजों की संख्या भी बढ़कर 166 तक पहुंच चुकी है। इनमें 25 नए मरीज भी शामिल हैं। इन मरीजों में 131 शहरी और 35 ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। इनमें से डीएमसीएच में 80, दीप अस्पताल में 56, सीएमसी अस्पताल में 13, जीटीबी में 7, एसपीएस अस्पताल में 5, ग्लोबल अस्पताल में 2 और सिविल अस्पताल में डेंगू के 3 मरीज उपचाराधीन हैं।
फरीदकोट में डेंगू के 378 और चिकनगुनिया के 3 केस आए सामने आए हैं। हालांकि अब सिर्फ 12 केस ही एक्टिव हैं जिनका घरों में ही इलाज चल रहा है। सिविल सर्जन डॉ. अनिल गोयल ने बताया कि डेंगू की रोकथाम के लिए सेहत विभाग द्वारा लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जालंधर में डेंगू के अब तक 145 मरीज सामने आए हैं। डेंगू से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है और ज्यादातर ठीक हो चुके हैं। जालंधर में चिकनगुनिया का कोई केस नहीं है।
ये हैं डेंगू के लक्षण
तेज सिर दर्द व तेज बुखार, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, उल्टियां आना, हालत खराब होने पर नाक, मुंह और मसूड़ों से खून आता है। अगर ऐसे लक्षण दिखते हैं तो पहल के आधार पर सरकारी अस्पताल में संपर्क करना चाहिए। डेंगू का टेस्ट व इलाज सरकारी अस्पतालों में मुफ्त है।
डेंगू से बचने के उपाय
घरों के पास पानी इकट्ठा न होने दें, पानी के बर्तनों व टंकियों को अच्छी तरह से ढक कर रखें। हफ्ते में एक बार कूलर व टंकियों को साफ करके सुखाएं, डेंगू फैलाने वाला मच्छर दिन के समय काटता है। इससे बचने के लिए शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहनने चाहिए।
+ There are no comments
Add yours