खेल: एशियाई खेलों के 72 वर्षों के इतिहास में पंजाब के खिलाड़ियों ने इससे पहले सबसे अधिक स्वर्ण पदक 1951 में नईं दिल्ली और 1962 में जकार्ता एशियन गेम्स में 7-7 स्वर्ण पदक जीते थे। इस बार यह रिकार्ड तोड़ते हुए पंजाब के खिलाड़ियों ने 8 स्वर्ण पदक जीते। इसके इलावा पंजाबी खिलाड़ियों ने कुल सबसे अधिक 15 पदक 1951 में नई दिल्ली में जीते थे। इस बार यह भी रिकार्ड तोड़ते हुए कुल 19 पदक जीते हैं।
खेल मंत्री हेयर ने खिलाड़ियों की मुबारकबाद
पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने खिलाड़ियों की इस उपलब्दी के लिए उन्हें मुबारकबाद दी। मंत्री हेयर ने कहा- खेल के बड़े मंच पर हमारे खिलाड़ियों ने अपनी मेहनत के बलबूते देश का नाम रौशन किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर इस बार एशियन गेम्स में हिस्सा लेने गए 48 पंजाबी खिलाड़ियों को तैयारी के लिए प्रति खिलाड़ी 8 लाख रुपए के हिसाब के साथ कुल 4.64 करोड़ रुपए दिए गए।
इन खिलाड़ियों ने जीते स्वर्ण पदक
गेम्स में सिफत कौर समरा ने निशानेबाजी में एक स्वर्ण और एक रजत पदक जीता। स्वर्ण पदक जीतने वालों में हरमनप्रीत कौर (कप्तान), कनिका आहूजा और अमनजोत कौर ने महिला क्रिकेट, तेजिन्दर पाल सिंह तूर ने शाटपुट्ट, अर्जुन सिंह चीमा और जोरावार सिंह संधू ने निशानेबाजी, प्रनीत कौर ने तीरंदाज़ी, हरमनप्रीत सिंह ( कप्तान), हार्दिक सिंह ( वाइस कप्तान), मनप्रीत सिंह, मनदीप सिंह, वरुण कुमार, गुरजंट सिंह, शमशेर सिंह, जरमनप्रीत सिंह बल्ल, कृष्ण बहादुर पाठक और सुखजीत सिंह ने पुरुष हॉकी और अरशदीप सिंह और प्रभसिमरन सिंह ने पुरुष क्रिकेट में स्वर्ण पदक जीते।
इन खिलाड़ियों ने जीता रजत और कांस्य पदक
रजत पदक जीतने वालों में हरमिलन बैंस ने 800 मीटर और 1500 मीटर में दो रजत और जसविन्दर सिंह ने रोइंग में एक रजत और एक कांस्य पदक जीता। ध्रुव कपिला ने बैडमिंटन टीम और राजेश्वरी कुमारी में ट्रैप निशानेबाजी में रजत पदक जीता। कांस्य पदक जीतने वालों में विजयवीर सिद्धू ने निशानेबाजी, सतनाम सिंह, सुखमीत सिंह और चरनजीत सिंह ने रोइंग, मंजू रानी ने पैदल दौड़ और सिमरनजीत कौर ने तीरंदाज़ी में कांस्य पदक जीता।