इस बार अक्तूबर माह में लोगों को खगोल की अद्भूत घटना देखने को मिलेगी, 15 दिन में सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण दोनों होने के चलते इस बार अक्तूबर माह खास होने वाला है। इस महीने में जहां छह ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे हैं, जहां तुला राशि में ग्रहों का जमघट लगने वाला है तो वहीं पृथ्वी पर इस महीने सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण दोनों लगने वाले हैं.
इसे शुभता के साथ नहीं देखा जाता, क्योंकि एक पक्ष में दो ग्रहणों का होना अशुभ घटनाएं पैदा करता है। कहीं भूकंप और जल से जनधन की हानि तो कहीं आपस में युद्ध जैसे हालत बनने की संभावना बनी रहती हैं। सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण अप्रैल और मई के महीने में पहले लग चुके हैं, अब लगने वाले ग्रहण साल के दूसरे और आखिरी सूर्य ग्रहण व चंद्र ग्रहण होंगे। ग्रहण को वैज्ञानिक रूप से खगोलीय घटना माना जाता है, लेकिन देश में इसे धार्मिक घटना माना जाता है और ग्रहण से पहले सूतक के नियम लागू हो जाते हैं।
14 अक्टूबर को लगेगा सूर्य ग्रहण
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्तूबर शनिवार को लगेगा। सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार ग्रहण रात आठ बजकर 34 मिनट से शुरू होगा और मध्यरात्रि दो बजकर 25 मिनट तक रहेगा। यह उत्तरी अमेरिका, कनाडा, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, ग्वाटेमाला, मैक्सिको, अर्जेटीना, कोलंबिया, क्यूबा, बारबाडोस, पेरु, उरुग्वे, एंटीगुआ, वेनेजुएला, जमैका, हैती, पराग्वे, ब्राजील, डोमिनिका, बहामास, में देखने को मिलेगा। भारत में यह दिखाई नहीं देखा।
देश में दिखेगा चंद्र ग्रहण
ज्योतिषाचार्यो का कहना है कि साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 28 और 29 अक्तूबर की मध्य रात्रि को लगेगा, जिसका समय 28 अक्तूबर को रात को एक बजकर पांच मिनट से शुरू होगा और दो बजकर 24 मिनट पर पूर्ण होगा। यह चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखेगा, इसलिए सूतक के नियम लागू होंगे। सूतक काल 28 अक्तूबर को शाम चार बजे से पांच मिनट से शुरू हो जाएंगे।
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