पंजाब, सुरेंद्र राणा पंजाब में डॉग बाइट के केस लगातार बढ़ रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि साल 2022 में 1,65,119 केस डॉग बाइट के आए थे। लेकिन 2023 में अगस्त तक ही 1,25,565 केस आ गए हैं। हैरानी की बात तो यह है कि तीन जिले फतेहगढ़ साहिब, मोगा और रोपड़ में 8 महीनों में ही डॉग बाइट का आंकड़ा पिछले पूरे साल के आंकड़ों को पार कर चुके हैं। 2023 में 1 बच्चे को नोच नौच कर मार देने की घटना भी सामने आई है। पंजाब में डॉग बाइट के केस बढ़ने का कारण अवारा डॉग की संख्या तेजी से बढ़ना है। दूसरा अवारा डॉग मृतक पशुओं का मास खा कर इंसानों को भी काटने लगते हैं। डॉ. सुमित सिंह, एपिडेमोलॉजिस्ट, पटियाला ने बताया कि कुत्ते, बिल्ली व बंदर के काटने से होने वाली बीमारी रैबीज एक विषाणु जनित बीमारी है। संक्रमित जानवर के लार का संपर्क जब व्यक्ति के खून से होता है तो ये वायरस फैलता है। व्यक्ति के खून में ये जानवर के काटने से पहुंचते हैं या पालतू जानवरों के घाव और चोट आदि के चाटने से भी फैल जाते हैं। मरीज को शुरू के एक-दो दिन में बुखार, भूख न लगना, कमजोरी, चिड़चिड़ापन आदि की समस्या होने लगती है।
पंजाब में कुतों का आतंक, डॉग बाइट के आंकड़े हैरान करने वाले 8 महीने में 1.25 लाख लोगों को कुत्तों ने काटा
- By punjabdastak
- September 28, 2023
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