पंजाब दस्तक, सुरेंद्र राणा: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन को लेकर हाईकमान के स्तर पर भले ही सहमति बनी हो, लेकिन पंजाब में अब भी नेताओं के सुर अलग-अलग हैं। एक दिन पहले ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने पंजाब में आप के साथ गठबंधन से इन्कार किया था।
वहीं, बुधवार को पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने गठबंधन को लेकर हाईकमान के फैसले का समर्थन किया। इसी बीच, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 2024 के चुनाव को लेकर पंजाब में कांग्रेस के साथ गठबंधन पर अपना स्टैंड हाईकमान से अलग रखा है।
बुधवार को समराला में मीडिया से बातचीत में मान ने कहा कि हम अकेले लड़ना और जीतना भी जानते हैं। सरकार बनाना भी जानते हैं और चलाना भी। पंजाब में हमने अकेले चुनाव लड़ा और 92 सीटें हासिल कीं। गुजरात में अकेले लड़े व 13 प्रतिशत वोट लिए। आप सबसे कम समय में नेशनल पार्टी बनी।
2024 अभी भविष्य की बात है। इस बीच आप की मंत्री अनमोल गगन मान ने 2024 में पंजाब में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने की बात कही है। हालांकि, वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने दो दिन पहले कांग्रेस के साथ चलने की बात कही थी।
सिद्धू बोले-केंद्रीय नेतृत्व का फैसला सर्वोपरि
नवजोत सिंह सिद्धू ने इंडिया गठबंधन का समर्थन करते हुए कहा कि पार्टी नेतृत्व का फैसला सर्वोपरि है। सोशल मीडिया पोस्ट पर उन्होंने लिखा कि संविधान की रक्षा और बड़े-बड़े संस्थानों की आजादी की रक्षा के लिए केंद्रीय नेतृत्व का फैसला सराहनीय है। चुनाव आने वाली पीढ़ियों के लिए लड़े जाते हैं। हमारे लोकतंत्र की रक्षा के लिए निहित स्वार्थ के तहत राजनीति करने वालों को चुनाव में हराने के लिए ऐसा करना जरूरी है। जय हिंद। जुड़ेगा भारत।
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