शिमला, सुरेंद्र राणा: हिमाचल प्रदेश में बुधवार को ऑरेंज अलर्ट के बीच आसमान से आफत बरसी है। प्रदेश में तीन नेशनल हाईवे समेत 530 सड़कें अवरुद्ध हैं। 2897 बिजली ट्रांसफॉर्मर ठप और 214 पेयजल योजनाएं प्रभावित है। राजधानी में भारी बारिश से तबाही हुई है। रात से ही घरों और सड़कों पर पेड़ ढह रहे है। कई सड़कें भूस्खलन से बंद हो गई हैं। कृष्णानगर, नाभा, फागली, कोमली बैंक में भूस्खलन का खतरा मंडरा गया है।
शिमला के गांव शोल (बलदेयां) में भारी भूस्खलन में एक प्रवासी दंपती की मौत हो गई है। मंडी जिले में बारिश के तांडव से नुकसान के आंकड़े डराने वाले हैं। अब तक विभिन्न स्थानों पर 7 से 8 लोगों के अलग-अलग स्थान पर दबने या बहने की खबर है।
सराजघाटी में अधिक नुकसान हुआ है। दो स्कूलों के साथ यहां पर 80 से अधिक मवेशी खोलनाल के नाले में बह गए हैं । दादा-पोती और दो महिलाओं के बहने की खबर है। एक 16 वर्षीय छात्र के बगलामुखी के पास दबने से मौत हो गई है जिसका शव भी बरामद हो गया है।
इसके अलावा मकान गिर जाने से एक व्यक्ति की मलबे में दबकर मौत हो गई है। अब तक करीब 7 से 8 लोगों के मरने के आशंका जताई जा रही। बारिश से हुए नुकसान और स्थिति की जानकारी एडीएम मंडी अश्वनी कुमार प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से देंगे।
अभी तक बहुत अधिक नुकसान का अंदेशा जताया जा रहा है। सलोगड़ा के समीप परवाणू शिमला फोरलेन बंद हो गया है। कुल्लू में स्कूलों में छु्ट्टी कर दी गई है।
आज और कल प्रदेश में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 27 अगस्त तक मौसम खराब रहेगा। शिमला-चंडीगढ़, कुल्लू-मनाली और मंडी-पठानकोट एनएच बंद होने से कई क्षेत्रों का संपर्क कट गया है। सोलन, शिमला, मंडी और हमीरपुर जिला में बिजली संकट गहरा गया है।
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