पंजाब दस्तक: श्री दरबार साहिब से प्रसारित होने वाली गुरबाणी को लेकर बयानबाजी जारी है। शुक्रवार को जहां श्री अकाल तख्त साहिब के प्रधान जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह द्वारा एसजीपीसी को पीटीसी चैनल के जरिये प्रसारण जारी रखने के आदेश दिए हैं तो वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एसजीपीसी को कहा है कि आप सेवा का मौका दें तो 24 घंटे में गुरबाणी प्रसारण का पूरा प्रबंध हो जाएगा। इसके साथ ही सीएम ने एसजीपीसी से स्पष्टीकरण भी मांगा है कि क्या 24 जुलाई से सभी चैनलों को फ्री-टू-एयर गुरबाणी प्रसारण करने के लिए मिलेगी।
मान ने ट्वीट में कहा, हैरानी की बात है कि एसजीपीसी एक निजी चैनल को ही निवेदन कर रही है कि आप पवित्र गुरबाणी का प्रसारण करते रहें.. अन्यों को क्यों नहीं? … क्या उस चैनल के माध्यम से एक परिवार को फिर से अनिश्चित समय के लिए गुरबाणी के अधिकार दे दिए जाएंगें? लालच दी हद हुंदी ए.इससे पहले 24 जुलाई को खत्म हो रहे प्रसारण अधिकार मामले में श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से एसजीपीसी के प्रधान एचएस धामी को दिए आदेश में कहा गया कि काफी संगत के पास न तो स्मार्ट फोन है और न ही स्मार्ट टीवी है।
इससे बड़ी संख्या में संगत यू-ट्यूब चैनल के जरिए गुरबाणी पाठ से वंचित रह सकती है। इसलिए जब तक उसका अपना सेटेलाइट चैनल वजूद में नहीं आ जाता, तब तक प्रसारण की जिम्मेदारी पहले की ही तरह से पीटीसी निभाए। गौरतलब है कि यू-ट्यूब चैनल की शुरुआत के फैसले के साथ एकाधिकार मामले को एसजीपीसी द्वारा खत्म करने का फैसला लिया गया था। लेकिन उसी चैनल पर प्रसारण जारी रहने से विवाद फिर से बढ़ेगा।
यू-ट्यूब चैनल के लिए रखे गए पाठ… कमेटी के महासचिव भाई गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने बताया कि कमेटी ने अपने यू-ट्यूब के संचालन की व्यवस्था कर ली है। दिल्ली की एक कंपनी से 3 महीने का अनुबंध किया गया है। इसके लिए शुक्रवार को श्री गुरु ग्रंथ साहिब के जी अखंड पाठ शुरू होंगे। रविवार से चैनल शुरू कर दिया जाएगा।
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