शिमला, सुरेन्द्र राणा: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि प्रदेश को आपदा की वजह से आठ हज़ार करोड़ रुपए करोड़ के नुकसान का नुक़सान हुआ है ऐसे में विपक्ष सरकार पर निराधार आरोप लगा रहे हैं यह वक्त राजनीती का नहीं है बल्कि भाजपा नेताओं को भी उनके साथ दिल्ली चलकर पहली राहत राशि की किस्त के लिए केंद्र सरकार के पास चलना चाहिए ताकि प्रदेश को राहत मिल सके।
शिमला जिले के चिड़गांव की उपतहसील जांगला डिसवाणी पंचायत के जगोटी में बादल फटने से स्थानीय लैला खड में बाढ़ आ गई। बादल फटने से एक ढाबा भूस्खनल की चपेट में आ गया। इसमें रह रहे तीन लोग मलबे में दबकर लापता हो गए हैं।आज सुबह हुई घटना के बाद स्थानीय प्रशासन की टीमों ने मौके पर पहुंचकर रेसक्यू शुरू कर दिया है।
बादल फटने से इलाके में भारी नुकसान होने की आंशका है। इसका आंकलन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि ढाबे के ढह जाने से इसके मलबे में एक परिवार के तीन लोग लापता हो गए हैं। इनकी तलाश की जा रही है। उन्होंने कहा कि इलाके में राहत एवं बचाव कार्य जारी है। मनाली में लापता हुए नौ सेना के जवानों के सवाल पर उन्होंने कहा की जो शव मलबे से निकाले जा रहे हैं उनकी शिनाख्त की जा रही है।
मौसम विभाग ने अगले तीन दिन प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया हैं राज्य में भूस्खलन से 600 से अधिक सड़कें बंद हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं और कई जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित चल रही हैं। मुख्यमंत्री ने मौसम विभाग के अलर्ट पर कहा कि कि सरकार ने अलर्ट को लेकर प्रसाशन को भी अलर्ट पर रखा है.
+ There are no comments
Add yours