इनकम टैक्स विभाग ने लेटर जारी कर:विदेश में प्रॉपर्टी या बैंक खाता है तो आयकर रिटर्न में जानकारी दें नहीं तो कालाधन छिपाने के नियमों के तहत हो सकता जुर्माना

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पंजाब दस्तक: जिन लोगों के विदेशी बैंक में खाते हैं या फिर कोई जायदाद खरीद रखी है तो उन्हें अब अपनी इनकम टैक्स रिटर्न में इनकी जानकारी देनी होगी। जो लोग एक साल में कम से कम 180 दिन वापस घर आकर रहते हैं, उनके लिए विदेशी एसेट की जानकारी देने का नियम है। अब ताजा इनकम टैक्स रिटर्न भरने की आखिरी तारीख 31 जुलाई है। इसके मद्देनजर इनकम टैक्स विभाग ने लेटर जारी करके जानकारी दी है। ऐसे में जो लोग जानकारी छिपाएंगे, उन्हें काला धन से संबंधित नियमों के तहत 10 लाख रुपए तक पैनल्टी हो सकती है।

नियमानुसार भारत के निवासी के लिए 31 दिसंबर 2022 तक उसके स्वामित्व वाली विदेशी एसेट व बैंक खातों की जानकारी देनी जरूरी है। भले ही आपकी कोई कर योग्य आय नहीं है या आपकी आय मूल छूट सीमा के तहत आती है। इनकम टैक्स विभाग को बैंक खाते, विदेश में लिए कर्ज या फिर इक्विटी, किसी यूनिट या व्यापार में वित्तीय हित हैं, अचल संपत्ति, कोई अन्य पूंजीगत एसेट के अलावा एफए लिस्ट में तय एसेट है तो इसकी जानकारी देनी होगी।

अब तकनीकी प्रबंधन के बाद विदेशी एसेट की जानकारी एकत्रित करना आसान है। जो लोग जानकारी देने में विफल रहते हैं, उन पर 10 लाख तक की पैनल्टी है। वर्तमान में जो जुलाई में आईटीआर है, उसमें जानकारी भरें। लोगों ने विदेश में जायदादें बनाई हैं, अगर वह इस नियम के तहत शामिल हैं तो उन्हें आईटीआर में जानकारी भरनी होगी।

– पुनीत ओबराय, जालंधर में सीए

जीएसटी में हर नई फर्म की रजिस्ट्रेशन के साथ जियोकोड किया जा रहा है। जो फर्में पहले हैं, इनमें 1.8 करोड़ की जियोकोडिंग हो चुकी है। पंजाब में ये सर्विस चालू है। यह ऐसी टेक्नोलॉजी है, जो फर्मों के एड्रेस के हिसाब से उन्हें जीयोटैगिंग से जोड़ती है। इससे जीएसटीएन रिकॉर्ड में फर्म के एड्रेस की सटीकता होगी।

व्यापारी कैसे ले सकते हैं इसका लाभ

सिस्टम-जनरेटेड जियोकोडेड पता प्रदर्शित किया जाएगा और आप या तो स्वीकार कर सकते हैं या अपडेट कर सकते हैं। ऐसे मामलों में सिस्टम-जनरेटेड जियोकोडेड पता अनुपलब्ध है, रिक्त स्थान प्रदर्शित होगा और सीधे जियोकोडेड पते को अपडेट कर सकते हैं।

जियोकोडेड पते का विवरण पोर्टल पर “व्यवसाय का स्थान’ टैब के तहत अलग से सहेजा जाएगा। उन्हें पोर्टल पर लॉग इन के बाद “”प्रिंसिपल जियोकोडेड”” शीर्षक के तहत मेरी प्रोफाइल पेज पर जाकर व्यवसाय का स्थान टैब के अंतर्गत देखा जा सकता है।

आपके द्वारा जियोकोडिंग विवरण जमा करने के बाद जियोकोडिंग लिंक पोर्टल पर दिखाई नहीं देगा। यह एक बार की गतिविधि है और एक बार सबमिट करने के बाद पते में संशोधन की अनुमति नहीं है। यह कार्यक्षमता उन करदाताओं को दिखाई नहीं देगी।

यह कार्यक्षमता सामान्य, संरचना, एसईजेड इकाइयों, एसईजेड डेवलपर्स, आईएसडी और आकस्मिक करदाताओं के लिए उपलब्ध है जो सक्रिय, रद्द और निलंबित हैं।

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