शिमला, सुरेंद्र राणा: हिमाचल में सुक्खू सरकार ने सात महीने दूसरी बार जनता को महंगाई का तगड़ा झटका दिया है। राज्य सरकार ने डीजल पर तीन रुपए वेट बढ़ाया है। इसी के साथ स्टेट में डीजल पर वैट 7.40 रुपए से बढ़कर 10.40 रुपए हो गया है। प्रदेश के अलग-अलग शहरों में डीजल अब 89 रुपए से 91 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से मिलेगा। इसे लेकर प्रिंसिपल सेक्रेटरी एक्साइज एंड टैक्सेशन भरत खेड़ा ने देर शाम आदेश जारी कर दिए हैं। इन आदेशों के मुताबिक, बीती रात 12 बजे से ही डीजल की बढ़ी हुई कीमतें लागू हो गई हैं।
इससे पहले राज्य में कांग्रेस सरकार बनते ही मुख्यमंत्री सुक्खू ने नववर्ष पर ओल्ड पेंशन सकीम (OPS) के नाम पर डीजल पर तीन रुपए वैट लगाकर 70 लाख की आबादी पर महंगाई का बम फोड़ा था।
अब यह दूसरा मौका है जब 10, 20, 50 पैसे नहीं बल्कि सीधे तीन रुपए का इजाफा किया गया। कांग्रेस की सरकार बने अभी एक साल भी नहीं हुआ, इससे पहले ही दो बार डीजल पर वैट बढ़ा दिया है।
हर चीज की कीमतों पर पड़ेगा असर इसका असर आगामी दिनों में खाद्य वस्तुओं समेत निर्माण सामग्री की कीमतों पर पड़ेगा। इससे हर चीज महंगी होगी, क्योंकि डीजल महंगा होने से मालभाड़ा बढ़ेगा।
सेब की ढुलाई भी महंगी होगी
प्रदेश में सेब सीजन शुरू हो गया है। जाहिर की डीजल पर वैट बढ़ने के बाद सेब ढुलाई का किराया भी महंगा हो जाएगा। इससे खेतीबाड़ी की इनपुट कास्ट भी बढ़ने वाली है, क्योंकि किसानों के ट्रैक्टर, पावर स्प्रेयर, ग्रास कटर आदि कृषि उपकरण डीजल से चलते हैं।
घर बनाना भी होगा महंगा
इससे पहाड़ों में घर बनाना भी महंगा हो जाएगा। यही नहीं बसों का किराया भी महंगा हो सकता है। हिमाचल सरकार पर 76 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज हो गया है। हालांकि पूर्व जयराम सरकार के वक्त भी लगभग 73 हजार करोड़ का कर्ज स्टेट पर चढ़ चुका था।