जल में समाया सब:पंजाब के गांवों में भरा पानी, प्रशासन ने नाव दीं चप्पू नहीं, रस्सी का सहारा

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पंजाब, सुरेंद्र राणा: फाजिल्का से गुजरते सतलुज में जलस्तर बढ़ने से स्थिति बिगड़ती जा रही है। जलालाबाद क्षेत्र के कुछ गांवों की सड़कें जलमग्न होने से कनेक्टिविटी टूट गई है। करीब 20 गांवों की 250 एकड़ से ज्यादा फसल जलमग्न हो गई है। भारत-पाक सीमा पर लगी कंटीली तार भी जलमग्न हो गई है। प्रशासन ने लोगों को नाव तो मुहैया करवाई, लेकिन चप्पू नहीं दिए।

वह रस्सियों के सहारे नाव को किनारे पर लगा रहे हैं। उधर, पाकिस्तान ने अपने 10 में से 6 गेट खोल दिए हैं। वहीं, पटियाला के 70 से ज्यादा गांवों और सिटी की 15 से ज्यादा कॉलोनियों में पिछले 4 दिन से जलभराव व बाढ़ जैसे हालात से लोगों को कुछ हद तक राहत मिली है। बाढ़ में बहे तीन लोगों के शव भी बरामद हुए हैं। संगरूर खनौरी और मूनक क्षेत्र से गुजरते घग्गर दरिया में पानी का स्तर खतरे के निशान 750 से 1.3 फीट ऊपर पहुंच गया है।

जायजा लेने पहुंचे विधायक को महिला ने थप्पड़ मारा

कैथल के गुहला-चीका के जजपा विधायक ईश्वर सिहं जलभराव का निरीक्षण करने भाटिया गांव पहुंचे तो ग्रामीणों के साथ बहस हो गई। ग्रामीणों ने कहा कि जलभराव से बचाने के लिए कोई काम नहीं किया गया। एक महिला ने विधायक को थप्पड़ मारा। विधायक का कहना है कि गुस्से में ऐसा हो जाता है। प्राकृतिक आपदा पर मैं क्या कर सकता हूं। बाढ़ तो प्रदेश के कई जिलों में आई है।

एक हफ्ते में 436% ज्यादा बारिश

हिमाचल में 7 से 11 जुलाई तक सामान्य कोटे से 436% ज्यादा बारिश होने से 40 पुल बह चुके हैं। 24 जून से अब तक 88 लोगों की मौत हो चुकी है। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि 51 जगह लैंड स्लाइड व 32 जगह बाढ़ से ऐसे हालात बने।

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