हमीरपुर, सुरेन्द्र राणा: हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड में होने वाली लाइनमैन भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र भी लीक हुआ था। राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो की ओर से गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने लंबी जांच-पड़ताल के बाद भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने की पुष्टि कर दी है।
सोमवार को एसआईटी ने पेपर लीक मामले में भंग हो चुके कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व सचिव एवं आरोपी एचएएस अधिकारी डॉ. जितेंद्र कंवर, निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद, दलाल नीतू डोगरा, दलाल हरिराम और अभ्यर्थी मनमोहन सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज किया है।
भंग होने से पूर्व हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर ने मई 2022 को राज्य बिजली बोर्ड में लाइनमैन के 186 पदों को भरने के लिए पोस्ट कोड 971 के तहत आवेदन आमंत्रित किए थे। आयोग के पास 22619 आवेदन आए थे। इसके बाद आयोग ने 25 अगस्त को लिखित परीक्षा का आयोजन किया। लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले 738 अभ्यर्थियों का चयन 25 से 30 नवंबर तक होने वाले दस्तावेजों के सत्यापन के लिए किया गया था।
अभ्यर्थी मनमोहन सिंह ने नीतू और हरिराम की मदद से पैसे देकर लिखित परीक्षा का पेपर हासिल किया था। लेकिन अब एसआईटी ने पेपर लीक का भंडाफोड़ कर दिया है। खास बात यह है कि मुख्य आरोपी उमा आजाद की पड़ोसी नीतू डोगरा के खिलाफ विजिलेंस थाना हमीरपुर में दूसरा मामला दर्ज हुआ है। पूर्व में उसने अपने भाई गोपाल सिंह को पोस्ट कोड 939 जेओए आईटी का प्रश्नपत्र उपलब्ध करवाया था। इस पर भी विजिलेंस थाना में मामला दर्ज है।
नीतू और गोपाल दोनों लंबे समय तक पुलिस और न्यायिक हिरासत में रहने के बाद वर्तमान में जमानत पर रिहा हो चुके हैं। जिसके चलते अब नीतू डोगरा की फिर से गिरफ्तारी की संभावना है। कला अध्यापक, ट्रैफिक इंस्पेक्टर, जेओए आईटी, कनिष्ठ अभियंता सिविल समेत अभी तक 11 विभिन्न पोस्ट कोड के तहत आयोजित भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक मामले में कुल 10 विभिन्न एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। उधर, एसपी विजिलेंस राहुल नाथ ने कहा कि पोस्ट कोड 971 लाइनमैन भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र भी लीक हुआ था। एसआईटी ने धोखाधड़ी के आरोप में पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।