पंजाब दस्तक: शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर बादल, बुधवार सुबह 11 बजे अबोहर में पंजाब के मुख्यमंत्री भगंवत मान के ‘दरिया के पानी पर समर्पण’ के खिलाफ धरने का नेतृत्व करेंगे। पार्टी ने राजस्थान को पंजाब के दरियाओं का पानी देने का कड़ा विरोध किया है। मंगलवार दोपहर पार्टी मुख्यालय में सुखबीर बादल ने उक्त घोषणा की।
पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा पंजाब से राजस्थान को नदी जल आपूर्ति के मौजूदा 700 क्यूसेक की सीमा को बढ़ाकर अतिरिक्त 1200 क्यूसेक पानी छोड़ने की प्रतिबद्धता पर शिअद अध्यक्ष ने चिंता जताई। गौरतलब है कि राजस्थान के नेता हनुमान बेनीवाल के हवाले से दावा किया गया है कि मान ने रविवार को बठिंडा में अपनी मीटिंग के दौरान इस आशय की प्रतिबद्धता जताई।
बादल ने प्रेस बयान जारी करते हुए कहा कि पंथ और पंजाब के संरक्षक के रूप में अकाली दल आप सरकार के सरेंडर और पंजाब के दरिया के पानी की ‘गुप्त और मनमाने तरीके से बिक्री’ के जरिये लूट का मूकदर्शक बनकर नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा कि हमने मुख्यमंत्री को इस संबंध में अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई वाली सरकार ने यह ‘आत्मसमर्पण’ प्रत्येक धार्मिक, आर्थिक और दरिया जल के मुद्दों पर, पंजाब और पंथ के हितों के साथ विश्वासघात के लंबे इतिहास को दोहराया है।
राजस्थान को उसका तय हिस्सा ही मिलेगाः सीएम
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राजस्थान को पंजाब से पानी दिए जाने के मामले पर कहा है कि सूबे के पास बाकी राज्यों के साथ बांटने के लिए फालतू पानी की एक भी बूंद नहीं है। पंजाब पहले ही राज्य में नहरी पानी के अधिकतम प्रयोग को यकीनी बनाने के लिए सख्त प्रयास कर रहा है और समूचे मालवा क्षेत्र की पानी की जरूरत को पूरा करने वाली सरहिंद फीडर में सिर्फ़ 5200 क्यूसिक पानी की क्षमता है, जबकि इंदिरा गांधी नहर की क्षमता 18,000 क्यूसिक पानी की है। अगर राजस्थान को पानी की जरूरत है तो वह अपना तय हिस्सा ही ले सकता है क्योंकि पंजाब को पहले ही अपने किसानों की जरूरतें पूरी करनी में मुश्किलें आ रही हैं।
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