राघव-परिणीति के सगाई समारोह से छिड़ा सियासी विवाद, जत्थेदार हरप्रीत सिंह के शामिल होने पर सवाल

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पंजाब दस्तक, सुरेंद्र राणा: आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद राघव चड्ढा और फिल्म अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा के सगाई कार्यक्रम में श्री अकाल तख्त के जत्थेदार हरप्रीत सिंह की उपस्थिति ने सियासी विवाद का रूप ले लिया है। अकाली दल के सीनियर नेता विरसा सिंह वल्टोहा द्वारा सगाई समारोह में जत्थेदार के जाने पर सवाल उठाने के तुरंत बाद आप ने भी जवाबी हमला बोला है।

वल्टोहा ने जत्थेदार हरप्रीत सिंह पर आरोप लगाया कि उन्होंने सिख मर्यादा का ख्याल नहीं रखा। उन्होंने जत्थेदार के राघव और परिणीति के सगाई कार्यक्रम में जाने पर एतराज जताया। इस पर आप ने वल्टोहा के बयान की आलोचना और पलटवार किया। पार्टी ने वल्टोहा से कहा कि अकाली दल तय नहीं करेगा कि जत्थेदार साहिब को कहां जाना चाहिए और कहां नहीं। आप ने आरोप लगाया कि अकाली दल हमेशा सिखों के नाम पर सियासत करता रहा है।

गौरतलब है कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार हरप्रीत सिंह शनिवार शाम कपूरथला हाउस में राघव और परिणीति के सगाई कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इसे लेकर सोशल मीडिया पर जत्थेदार को ट्रोल किया जाने लगा। इसमें अकाली नेता वल्टोहा ने भी पोस्ट डाल दी है। वल्टोहा ने अपनी पोस्ट में लिखा कि आदरणीय जत्थेदार साहब! मेरे जैसे विनम्र सिख को आज चोट लगी है। अब तो कौम का परमात्मा ही रखवाला है।

कई संगठनों ने भी जताया विरोध

जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के खिलाफ अलग-अलग संगठनों और यहां तक कि शिरोमणि अकाली दल (बादल) ने भी विरोध शुरू कर दिया है। जत्थेदार के खिलाफ हो रहे विरोध में गर्मपंथी संगठन सबसे अधिक सरगर्म हैं। वारिस पंजाब दे जत्थेबंदी के एक कार्यकर्ता और अमृतपाल के नजदीकी कहे जाने वाले भूपिंदर सिंह ने खुलकर ज्ञानी हरप्रीत सिंह का विरोध किया।

भूपिंदर सिंह ने कहा कि जत्थेदार के पास अपने कमरे से निकल कर श्री अकाल तख्त साहिब पर हो रही परमजीत पंजवड की अरदास में शामिल होने का समय नहीं है और सिख युवाओं पर एनएसए लगाने वाली पार्टी के राज्यसभा सदस्य की सगाई में शामिल होने का समय है।

अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के पूर्व निजी सहायक व अकाली नेता तलबीर सिंह गिल ने भी जत्थेदार के सगाई कार्यक्रम में जाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि सिख युवाओं पर जिन पार्टी के नेताओं ने एनएसए लगाकर जेलों में बंद किया, उस पार्टी के नेता के कार्यक्रम में जत्थेदार का शामिल होना कई सवाल पैदा करता है।

 

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