जालंधर: जिले में तीखी धूप के बीच टेंपरेचर 36 डिग्री पहुंच गया है। जबकि रात को 18 डिग्री टेंपरेचर रहा था। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिन में 5 डिग्री तक टेंपरेचर में इजाफा होगा। अगले हफ्ते तक दिन का टेंपरेचर 40 डिग्री को पार कर जाएगा।
फिलहाल पंजाब के किसी भी जिले में बारिश के आसार नहीं हैं और अब क्योंकि मुख्य मौसम गर्मी का है तो तपिश में इजाफा होगा। तीखी धूप के साथ हीट वेव की भी शुरुआत होगी। जालंधर के सिविल सर्जन कार्यालय में सेहत विभाग के माहिरों ने हीट-वेव से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है। मौसम विभाग की तरफ से जारी वैदर रिपोर्ट देखें तो 17 मई तक रात का तापमान 24 और दिन का 41 डिग्री तक पहुंचने के आसार हैं।
…इधर, सेहत विभाग ने हीट-वेव से बचने के उपाय बताए, लू लगने के लक्षण भी सिविल सर्जन डॉ. रमन शर्मा ने बताया कि यदि शरीर का तापमान 40 डिग्री या उससे अधिक हो और ऐसे में बोलने में परेशानी (एटैक्सिया), बेचैनी, मानसिक संतुलन में बदलाव, चिड़चिड़ापन, गर्म-लाल और रूखी त्वचा, सिरदर्द, चक्कर आना, मांसपेशियों में कमजोरी या एक घंटे से अधिक समय तक ऐंठन, उल्टी (जी मचलाना), धड़कन तेज होना, सांस लेने में कठिनाई आदि लू से प्रभावित होने के लक्षण हैं।
ऐसे लक्षण दिखाई देने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए जाना चाहिए। यदि संभव हो तो घर से बाहर का काम दिन के ठंडे समय सुबह या शाम में किया जाना चाहिए। धूप में निकलते समय हमेशा पानी साथ रखें।
• प्यास न लगने पर भी हर आधे घंटे में पानी पिएं। मिर्गी या हृदय रोग, किडनी या लीवर की बीमारी वाले लोग जो द्रव-प्रतिबंधित आहार पर हैं, उन्हें पानी का सेवन बढ़ाने के बारे में डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
• बाहर काम करते समय हल्के रंग के पूरी बाजू के कपड़े पहनें। कोशिश करें कि गर्मियों में सूती कपड़े ही पहनें। अपने सिर को सीधी धूप से ढकने के लिए छाता, टोपी, तौलिया, पगड़ी या दुपट्टे का इस्तेमाल करें।
• तरबूज, संतरा, अंगूर, खीरा और टमाटर जैसे मौसमी फल और सब्जियां खाएं क्योंकि इनमें पानी की मात्रा अधिक होती है। घर के बने पेय जैसे नींबू पानी, लस्सी, नारियल पानी का प्रयोग और सेवन बढ़ा दें। • अपनी त्वचा की सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन और अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए काला चश्मा पहनें। खाना कम खाएं और बार-बार खाएं।
• प्याज का सलाद और कच्चे आम को नमक और जीरे के साथ खाने जैसे पारंपरिक उपचार से लू लगने से बचा जा सकता है। जो नहीं करना है
• दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच धूप में जाने से बचें।
• गर्म घंटों के दौरान खाना पकाने से बचें, रसोई में अच्छी तरह हवादार रखने के लिए दरवाजे और खिड़कियां खुली रखें।
• शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड और अत्यधिक मीठे पेय पदार्थों से बचें क्योंकि वे वास्तव में शरीर के तरल पदार्थों को कम करते हैं।
• तले हुए भोजन से परहेज करें, बासी भोजन न करें।
• बच्चों या पालतू जानवरों को बंद वाहन में न छोड़ें।
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