मंत्री पद कोई तमगा नहीं, जनसेवा का एक जरिया : विक्रमादित्य सिंह

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शिमला, सुरेंद्र राणा:प्रदेश कांग्रेस सरकार के सबसे युवा मंत्री विक्रमादित्य सिंह द्वारा सोशल मीडिया पर डाली गई पोस्ट को लेकर चर्चाओं का दौर गर्म है। हालांकि लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने किसी राजनीतिक दृष्टिकोण से पोस्ट नहीं डाली है। वह सरकार का हिस्सा है और मुख्यमंत्री और कैबिनेट के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार को सचिवालय में अनौपचारिक बातचीत में कहा कि वह उनमें से नहीं हैं, जिनकी भाषा विपक्ष में रहते हुए कुछ होती है और सत्ता में आते ही बदल जाती है। उन्होंने कहा कि वह जो कहते हैं, स्पष्ट कहते हैं।

विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि उन्होंने केवल यह कहा कि वह किसी भी पद को लोगों की सेवा का जरिया मानते हैं। यह कोई मैडल या तमगा नहीं है, जिसे छाती पर लगाकर हर जगह घूमना है। उन्होंने कहा कि जनता के साथ जुड़े रहना, मेल-मिलाप बनाए रखना और उनका प्यार और आशीर्वाद ही उनके लिए सबसे बड़ी पोस्ट है। ये संस्कार उन्हें उनके पिता ने सिखाए हैं। ऐसे में सरकार में रहूं, विपक्ष में रहूं, राजनीति में रहूं या न रहूं, संस्कार एक जैसे रहते हैं। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उनकी बात के गलत मायने नहीं निकाले जाने चाहिए। पहले विधायक था, आज मंत्री हूं और पद केवल जनता की सेवा का एक जरिया है।

पदों के पीछे भागना खून और फितरत में नहीं

मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बीते दिन सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली है। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि पदों के पीछे भागना हमारे खून और फितरत में नहीं है। कैबिनेट रैंक हमारे लिए कोई मायने नहीं रखता। लोगों के दिलों में नंबर वन रैंक हमारे जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है। सोशल मीडिया पर यह पोस्ट खासी वायरल हो रही है और इसमें कई तरह के मायने राजनीतिक गलियारों में निकाले जा रहे हैं।

 

 

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