पंजाब दस्तक, सुरेंद्र राणा: पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि एसवाईएल का नाम बदलकर अब वाईएसएल किया जा सकता है। सतलुज-यमुना लिंक को यमुना-सतलुज लिंक किया जाए क्योंकि जब पंजाब हरियाणा एक थे तो यमुना पंजाब का हिस्सा थी। अब पंजाब-हरियाणा अलग होने पर भी यमुना में पंजाब का हिस्सा क्यों नहीं हो सकता? सीएम भगवंत मान ने सोमवार को गांव सिंबली में बिस्त दोआब नहर से ड्रेनेज में पानी डालकर चिट्टी वेई में तक पहुंचाने वाले 119 करोड़ के प्रोजेक्ट का नींव पत्थर रखने के बाद यह बात कही।
उन्होंने कहा कि एसवाईएल के मुद्दे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ बात हुई तो उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया है। वह दिखाएं तो कहां सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि फैसला मानें या फिर कोई और समाधान निकालें। सीएम ने कहा कि एसवाईएल को थोड़ा बदल कर वाईएसएल कर दें और समाधान हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि वे मेरे साथ हेलीकॉप्टर में चलें। श्री आनंदपुर साहिब से फाजिल्का तक अगर सतलुज कहीं दरिया नजर आए तो बताना। वह तो नाला बन चुकी है। पानी तो हमारे पास ही नहीं है। यमुना को गुजरात की शारदा नदी के साथ जोड़ा जा सकता तो यमुना को सतलुज के साथ क्यों नहीं जोड़ा जा सकता? उन्होंने डिप्टी स्पीकर जय कृष्ण सिंह रोड़ी की मांग पर गढ़शंकर में बाईपास बनाने के प्रोजेक्ट को मंजूरी देने और नवांशहर के साथ लगते गढ़शंकर के सभी गावों में जिला शहीद भगत सिंह नगर में शामिल करने की भी घोषणा की।
उन्होंने कहा संत बाबा बलवीर सिंह सीचेवाल ने वातावरण को स्वच्छ बनाने के लिए अहम काम किए हैं। संत बाबा बलवीर सिंह ने राज्यसभा में कहा था उन्हें न हिंदी आती है न अंग्रेजी। इनके द्वारा आवाज उठाने के बाद अब राज्य की कार्रवाई हिंदी-अंग्रेजी के साथ पंजाबी में भी लिखी जाती है। उन्होंने कहा कि बिस्त दोआब नहर से ड्रेनेज में सिंबली से 200 क्यूसिक, पंजौड़ा से 200, नसराला से 200 व अलावलपुर से 100 क्यूसिक पानी छोड़ा जाएगा और यह पानी जाकर चिट्टी वेई के पानी को स्वच्छ करेगा। उन्होंने कहा कि पहली बार अपने घोषणापत्र में हवा, पानी और धरती को स्वच्छ बनाने की बात रखी।
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