शिमला, सुरेंद्र राणा; प्रदेश सरकार ने 19 लाख उपभोक्ताओं को महंगाई का झटका दिया है। सरकार ने सहकारी डिपुओं में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों समेत अन्य उपभोक्ताओं को मिलने वाले सरसों के तेल के दाम बढ़ा दिए हैं। बीपीएल परिवारों के खाद्य तेल में सरकार ने सीधे 10 रुपये की बढ़ोतरी कर 142 रुपये कर दिया है। इससे पहले 132 रुपये के हिसाब से तेल की आपूर्ति हो रही थी, जबकि एपीएल परिवारों को यही तेल 142 रुपये में दिया जा रहा था।
ऐसे धारकों को भी इसके 147 रुपये चुकाने होंगे। यानी, गरीबों के खाद्य तेल में अधिक इजाफा किया है। बता दें कि प्रदेश में एनएफएसए, बीपीएल और अंत्योदय के साढ़े सात लाख और एपीएल के साढ़े 11 लाख राशनकार्ड धारक हैं। पहले ही सरकार राशन में भारी कटौती कर रही है। इससे कई परिवारों का गुजर बसर मुश्किल हो रहा है।
सरकार ने एपीएल परिवारों के आटे में कटौती कर 15 से 11 किलोग्राम कर दिया है। चावल का कोटा भी आठ से पांच किलोग्राम किया है। बाजार और डिपुओं में मिल रहे रिफाइंड और सरसों के तेल के दामों में ज्यादा अंतर नहीं है।
साढ़े पांच किलो आटे की आपूर्ति
सरकार ने इस माह आटे में कटौती कर 11 किलोग्राम किया है, जबकि कई जगह उपभोक्ताओं को साढ़े पांच किलोग्राम आटे की आपूर्ति हो रही है। जिला सिरमौर की बात करें तो एपीएल परिवारों को 11 किलोग्राम की जगह साढ़े पांच किलो आटा दिया जा रहा है। इस आटे से कैसे महीने भर का गुजारा होगा। ये बड़ा सवाल है। कई हिस्सों में इस बार आधा माह बीतने के बाद भी चावल की आपूर्ति तक नहीं हो पाई है।
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