देश: कांग्रेस ने मानहानि के एक मामले में सूरत की अदालत द्वारा राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाए जाने पर कानूनी लड़ाई लड़ने के साथ ही इसे बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाने के लिए विपक्षी दलों को साथ लाने और जनता के बीच जाने का फैसला किया है। राहुल गांधी की सजा के खिलाफ कांग्रेस ने सड़कों पर उतरने और अन्य दलों के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने का भी फैसला किया है। मुख्य विपक्षी दल ने अदालत के फैसले के तुरंत बाद एक जन आंदोलन की घोषणा की और कहा कि वह न केवल कानूनी रूप से बल्कि राजनीतिक रूप से भी इस मामले को लड़ेगी।
फैसले के मद्देनजर, गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और सांसदों की एक बैठक बुलाई। बैठक में करीब एक घंटे के विचार-विमर्श के बाद शुक्रवार को विजय चौक पर विरोध-प्रदर्शन करने का फैसला किया गया।
बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने संवाददाताओं से कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे के घर पर 50 से ज्यादा सांसदों, कांग्रेस स्टियरिंग कमेटी के सदस्य और वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई। शुक्रवार सुबह 10 बजे उन्होंने सभी विपक्षी दलों के सांसदों को बैठक के लिए बुलाया है। इसके बाद सुबह 11:30 बजे से दोपहर 12 बजे तक सभी विपक्षी दल विरोध करने के लिए संसद भवन से विजय चौक तक पैदल मार्च करेंगे। उन्होंने कहा, विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से दोपहर में इस मामले को उनके समक्ष उठाने के लिए समय भी मांगा है।
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