पंजाब दस्तक, सुरेंद्र राणा: विधानसभा बजट सत्र के दौरान दूसरे चरण में जूनियर महिला कोच से छेड़छाड़ के आरोप के बाद राज्य मंत्री सरदार संदीप सिंह शुक्रवार को विधानसभा में पहुंचे। वे पहले चरण में 20 से 23 फरवरी तक विधानसभा में नहीं आए थे।
कांग्रेस ने मंत्री की सदन में उपस्थिति पर सवाल उठाते हुए सरकार पर मंत्री को बचाने के आरोप लगाए। इस मामले को लेकर कांग्रेस ने विधानसभा से वाॅकआउट भी किया। हालांकि स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने संदीप सिंह को लेकर विधानसभा में हुई चर्चा को कार्यवाही से बाहर कर दिया।
कांग्रेस के विधायकों ने पूछा कि क्या सरकार ने मंत्री को क्लीन चिट दे दी है। विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि संदीप सिंह विधानसभा के सम्मानित सदस्य हैं। उन पर लगे आरोपों की चंडीगढ़ पुलिस जांच कर रही है। स्पीकर ने कहा कि पहले भी सदन के सदस्यों पर आरोप लगते रहे हैं और वे कार्यवाही में भाग लेते हैं। इतना ही नहीं स्पीकर ने पुराना रिकाॅर्ड हाथ में लेकर विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि वे बता सकते है। किस पर क्या आरोप लगे थे। इधर, नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस मामले को लेकर सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए जरूरी है।
महिला कोच पहुंची विधानसभा, पुलिस ने रोका:
मंत्री संदीप पर छेड़छाड़ के आरोप लगाने वाली महिला कोच चंडीगढ़ में विधानसभा की ओर जा रही थी, हालांकि चंडीगढ़ पुलिस ने महिला कोच को बाहर ही रोक लिया। महिला कोच ने चंडीगढ़ पुलिस से कहा कि 80 दिन हाे चुके हैं, महिला को न्याय देने की कोशिश क्यों नहीं हो रही।
सदन से दो दिन के लिए नेम करने पर इनेलो विधायक अभय चौटाला द्वारा दी चुनौती पर जारी हुए नोटिस का हाई कोर्ट को विधानसभा जवाब नहीं देगी। सदन में जवाब न देने का प्रस्ताव भी पास किया गया। प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने पेश किया। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि विधानमंडल की कार्यवाही में न्यायालय दखल नहीं दे सकता है। इधर, प्रस्ताव पेश होने के बाद विधायक अभय चौटाला और कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने इसका विरोध किया। इस दौरान नियमों को लेकर अभय व स्पीकर में बहस हुई।
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