शिमला, सुरेंद्र राणा: प्रदेश की कांग्रेस सरकार में आज सात मंत्रियों ने शपथ ले ली है। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ हार लेकर ने राजभवन में इन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। शिमला ग्रामीण से कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह, सिरमौर से हर्षवर्धन चौहान और सोलन से धनीराम शांडिल, किन्नौर से जगत सिंह नेगी और कांगड़ा से चंद्र कुमार को मंत्री बनाया गया है।
कैबिनेट में मंडी, बिलासपुर और लाहौल स्पीति जिले को न मंत्री और न ही मुख्य संसदीय सचिव (CPS) मिला है। मुख्यमंत्री ने पहले चरण में 7 मंत्री बनाए हैं। इनमें से 3 मंत्री, सोलन, सिरमौर, किन्नौर और कांगड़ा से एक-एक मंत्री बनाया गया।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने रोहड़ू से एमएलए ब्राक्टा, पालमपुर से आशीष बुटेल, कुल्लू से सुंदर सिंह ठाकुर, अर्की से संजय अवस्थी, दून से राम कुमार और बैजनाथ से किशोरी लाल छह CPS बनाए गए हैं। संजय अवस्थी, राम कुमार किशोरी लाल सीएम सुक्खू के बेहद करीबी है। प्रदेश का सबसे बड़ा जिला कांगड़ा है। यहां 15 में से 11 सीटें कांग्रेस जीती है। इसलिए कांगड़ा से कम से कम दो मंत्री के कयास लगाए जा रहे थे। मगर, सुक्खू कांगड़ा को एक ही मंत्री पद और 2 CPS दिए हैं। कांगड़ा से CM सुक्खू ने चंद्र कुमार को मंत्री बनाया है।
मंडी जिले को एक भी मंत्री और CPS नहीं मिला, क्योंकि मंडी से कांग्रेस 10 में से एक ही धर्मपुर सीट जीत पाई है।
हमीरपुर को CM और डिप्टी CM हमीरपुर और ऊना जिले से आज किसी को भी मंत्री और CPS नहीं बनाया गया। इसका कारण यह है कि हमीरपुर के नादौन से सुखविंदर सुक्खू मुख्यमंत्री तथा हरोली से डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री की पहले ही ताजपोशी हो चुकी है।
हिमाचल में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 12 मंत्री बनाए जा सकते हैं। सुक्खू सरकार के 7 मंत्रियों ने आज पद एवं गोपनीयता की शपथ ले ली है। CM और डिप्टी CM को मिलाकर कैबिनेट में 9 लोग हो गए हैं। ऐसे में अब 3 सीटें खाली हैं।
बताया जा रहा है कि एक-दो मंत्रियों की ताजपोशी अगले एक महीने में हाईकमान से चर्चा करके हो सकती है, जबकि एक मंत्री की तैनाती 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले की जा सकती है।
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