पंजाब में बढ़ी ड्रोनों की मूवमेंट:एक साल में 235 से ज्यादा बार घुसपैठ, 18 बार गिराया, 27 बार बैटरी खत्म होने या अन्य कारणों से खुद गिरे ड्रोन

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पंजाब दस्तक, भारत -पाक बॉर्डर पर पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए नशा और हथियारों की खेप भेजने से सुरक्षा एजेंसियां सकते में हैं। पंजाब में भारत-पाक सरहद पर पिछले साल की तुलना में इस साल ड्रोन की मूवमेंट 81 प्रतिशत बढ़ गई है। बीएसएफ के आंकड़ों के अनुसार सरहद पार से अब तक 239 बार ड्रोन की घुसपैठ हो चुकी है। इनमें से 18 बार ड्रोन को गिराया जा चुका है। देश में 2020 में सरहद पार से 79 बार ड्रोन की घुसपैठ हुई।

2021 में यह बढ़कर 109 बार हो गई। 2022 में अब तक की बात करें तो देश में कुल 283 बार ड्रोन की घुसपैठ हुई है और उसमें से 239 पंजाब की है। इसमें 18 ड्रोन जवानों ने गिरा दिए, जबकि 194 वापस गए। 27 बार बैटरी या अन्य कारणों से खुद ही गिर गए। सूबे में हफ्ते में ही 8 बार ड्रोन घुसपैठ कर चुके हैं। इनमें से फिरोजपुर में दो बार ड्रोन गिराए जा चुके हैं।

तरनतारन – एक ही रात में 3 ड्रोन की घुसपैठ, एक गिराया

तरनतारन जिले के अधीन आती भारतीय सीमा में शनिवार रात 3 अलग-अलग जगहों से ड्रोन की घुसपैठ हुई। एक ड्राेन काे बीएसएफ ने शूटआउट कर गिरा दिया, वहीं 2 जगह ड्राेन वापस लाैट गया। गिराए गए ड्राेन के अलावा 3 पैकेट में 3 किलो हेरोइन की खेप मिली है। ड्रोन का वजन 7.2 किलो ग्राम बताया गया है। बीएसएफ प्रवक्ता के मुताबिक अमरकोट की बीओपी कालिया में रात करीब 11 बजे ड्रोन की आहट हुई।

वहां तैनात 103 बटालियन के जवानों ने रोशनी बम फेंककर फायरिंग की। ड्रोन की आवाज आनी बंद हुई तो सर्च अभियान चलाया गया। इस दौरान डैमेज ड्रोन के अलावा पीले रंग के 3 पैकेट मिले। इनमें 3 किलो हेरोइन निकली। इसी रात बीओपी केके बैरियर और बीओपी गज्जल में 2 बार ड्रोन की आहट महसूस हुई। यहां भी जवानों ने फायरिंग की और ड्रोन पाक सीमा में लौट गए।

घुसपैठ रोकने के लिए बीएसएफ को रडार और एंटी ड्रोन गन दी…

पाकिस्तान से घुसपैठ और हथियार-ड्रग्स की तस्करी का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। तस्करी के लिए अब ड्रोन की मदद ली जा रही है। इस कारण बीएसएफ को ड्रोन की घुसपैठ रोकने के लिए रडार और एंटी ड्रोन गन दी गई है।

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