आप के विरुद्ध पंजाब के अध्यापको की ओर से शिमला में ‘पोल खोल ‘ प्रदर्शन, पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस के निवास का 6 नवंबर को होगा घेराव

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शिमला, सुरेंद्र राणा: आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार की ओर से अध्यापको से बेंईसाफी व पक्षपात से संबधित मामलो संबधी कोई ठोस हल न करने ओर पंजाब के लोगो से किये वादे पूरा न करने के विरुद्ध पंजाब की तीन मुख्य संगठन डैमोक्रेटिक टीचरश फंरट (डी टी एफ),पंजाब ईटीटी टैट पास अध्यापक युनियन ऐसोसिएशन 6505(जै सिंह वाला) ओर ओ.डी.एल. अध्यापक संगठन में सैकड़ों अध्यापको की तरफ़ से शिमला रिज के उपर पोल खोल धरना लगाया गया। मांगे पूरी न होने के विरोध में 6 नवंबर को शिक्षा मंत्री हरजोत बैस के आंनदपुर साहब (पंजाब ) निवास के नजदीक विशाल धरना लगाने ओर गुजरात में भी प्रदर्शन करने की चेतावनी दी गई।

इस अवसर पर डी टी एफ पंजाब प्रधान विक्रम देव सिंह ,ओ डी एल युनियन के पंजाब प्रधान बलजिनदर सिंह गरेवाल ओर ई टी टी अध्यापक युनियन ऐसोसिएसन के प्रधान कमल ठाकुर ने बताया की हिमाचल प्रदेश में ‘आप’ के चुनाव ईंचारज हरजोत बैस की ओर से पंजाब में अध्यापको के मसले हल करने की जगह पहले की कांग्रेस सरकार की तरह धमकाने की नीति के तहत काम लिया जा रहा है।

पीडित अध्यापको के कार्य संबधी बताया गया की पंजाब के शिक्षा विभाग के अधीन वर्ष 2016 में 4500 ईटीटी पद पर रैगुलर नियुक्त किये गये 180 ईटीटी टैट पास अध्यापको की पिछले छह वर्षो की सेवा को जबरी समाप्त कर, मूल भूत भर्ती की सेवा से अलग कर दिया गया। दो वरषो का परख काल पूरा करने के बावजूद मई 2021 में नियमों के विरूद्ध नये नियुक्ति पत्र देकर, नया वेतनमान लागू करके वेतन कम कर दिया गया । इसी तरह अध्यापको की 7654,3442, ओर 5178 भर्ती के अन्य सारे अध्यापक तीन वर्ष की अनुबंध आधारित नौकरी पूरी होने के उपरांत इश्तिहार ओर नियुक्ति पत्र की शर्त तहित रैगुलर हो चुके हैं परंतु 125 के करीब ओपन डिसटैस लरनिगं वाले अधयापको से भेदभाव किया गया और युनिवर्सिटी के अधिकार क्षेत्र से बाहर की डिग्री का हवाला देकर रैगुलर नहीं किया गया । जबकि इन से पहले कई भर्ती में हजारों ओ डी एल अधयापक रैगुलर व परमोट किये गये हैं। तीन युनियन की तरफ से दोष लगाया गया की पंजाब सरकार की ओर से गुजरात, हिमाचल व अन्य प्रदेशो में करोडो रूपये की ईशतिहार बाजी करके पंजाब के खजाने को खाली किया जा रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में प्रमुखता बताने वाली आम आदमी पार्टी राज्य के सरकारी स्कूलो में अधयापको व अन्य वर्ग की 25000 से अधिक पद ओर शिक्षा अधिकारियो की 40% पद रिक्त पड़े हैं। इस के ईलावा ‘ आप’ सरकार की निजीकरण व केनदरीकरण पक्ष की नई शिक्षा नीति -2020 तहत शिक्षा के निजीकरण को उत्साहित किया जा रहा है।

 

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