पंजाब दस्तक: आखिर वही हुआ जिसकी आशंका एक्सपर्ट जाहिर कर रहे थे। फेस्टिवल सीजन में लंपी का असर डेयरी प्रोडक्ट्स खासकर दूध और घी के दामों पर साफ दिखने लगा है। बीते 3 महीने में देसी घी के दाम 135 रुपए प्रति किलो तक बढ़ गए हैं।
बाजार में देसी घी की मांग और आपूर्ति भी प्रभावित हो चुकी है। जुलाई में एक किलो देसी घी की होलसेल कीमत 430 रुपए थी, जो अब 565 रुपए तक पहुंच गई है। रिटेल में कीमत 590 रुपए से 650 रुपए तक है। अभी गत दिनों दूध के दाम में भी प्रति लीटर दो रुपए का इजाफा हुआ है। दूध और घी के महंगा होने के चलते इस बार मिठाइयों और घी से बनने वाले अन्य उत्पादों के दाम भी 20 से 30 रुपए प्रति किलो तक बढ़ गए हैं।
गौरतलब है कि पंजाब में लंपी से 50 हजार गायों की मौत हो चुकी है। प्रति दिन 35 लाख लीटर दूध का उत्पादन भी कम हुआ है। लेबर, ट्रांसपोर्टेशन और चारे पर भी खर्च बढ़ा है।
पंजाब में दूध उत्पादन 2012 से लेकर 2019 तक लगातार बढ़ा लेकिन उसके बाद इसमें कमी आनी शुरू हुई। प्रोग्रेसिव डेयरी फार्मर्स एसोसिएशन के अनुसार 2021 में पंजाब में प्रतिदिन 345 लाख लीटर दूध प्रतिदिन उत्पादन होता था, जो 2022 में घटकर 310 लाख लीटर रह गया है।
इसका असर डेरी प्रोडक्ट्स के कीमतों पर साफ तौर देखा जा सकता है। 2019 तक पंजाब में प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता सबसे अधिक 1181 ग्राम प्रतिदिन थी। अब इसमें 70 से 80 ग्राम की कमी आ चुकी है।
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