पंजाब दस्तक, सुरेंद्र राणा: सतलुज-यमुना लिंक (SYL ) नहर विवाद को सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आज पंजाब और हरियाणा के CM मीटिंग करेंगे। सूत्रों के अनुसार, दोनों राज्यों के CM के बीच दोपहर करीब 12 बजे मीटिंग होगी। पंजाब सरकार और सभी विपक्षी दल हरियाणा के लिए पानी नहीं होने की बात कह रहे हैं, वहीं हरियाणा सरकार भी पानी पर हरियाणा का हक होने और सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सामने रख रही है। दोनों सरकारों को इस मीटिंग के नतीजे की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश करनी है।
बता दें कि पंजाब सरकार सालों पुराने इस मुद्दे से जुड़े पेचीदा तथ्यों की स्टडी कर चुकी है। पंजाब के CM भगवंत मान राज्य के हितों और अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की बात कह चुके हैं। पंजाब के पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह, पूर्व डिप्टी CM पंजाब सुखबीर सिंह बादल और कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग भी कह चुके हैं कि CM भगवंत मान मीटिंग में स्पष्ट कर दें कि पंजाब के पास हरियाणा को देने के लिए एक बूंद पानी भी नहीं है।
पंजाब सरकार एकतरफा समाधान के मूड में नहीं
सतलुज-यमुना लिंक (SYL) नहर विवाद पर दोनों राज्यों के CM की मीटिंग सुप्रीम कोर्ट (SC) के आदेश पर हो रही है। दोनों राज्यों को इस मुद्दे पर 19 जनवरी 2023 को कोर्ट में अपने जवाब दाखिल करने हैं। हालांकि इस विवाद पर पंजाब की AAP सरकार फिलहाल एकतरफा फैसले या सहमति बनाने के मूड में नहीं दिख रही।
वहीं सुप्रीम कोर्ट एक बार फैसला हरियाणा के हक में दे चुका है। 10 नवंबर 2016 को हरियाणा के पक्ष में फैसला दिया गया था। कोर्ट ने आदेश दिया था कि SYL का बकाया काम पूरा करके हरियाणा को पर्याप्त पानी दिया जाए। 28 जुलाई 2020 को कोर्ट ने केंद्र सरकार को दोनों राज्यों के बीच मध्यस्थता का आदेश दिया। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने यह मध्यस्थता की, मगर कोई नतीजा नहीं निकला।
+ There are no comments
Add yours