शिमला, सुरेंद्र राणा:हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव का एलान हो गया है. चुनाव आयोग ने शुक्रवार (14 अक्टूबर) को चुनाव की तारीखों की घोषणा की. हिमाचल प्रदेश में एक चरण में चुनाव होगा. 12 नवंबर को मतदान होगा और 8 दिसंबर को काउंटिंग होगी. मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने पीसी में कहा कि भारत निर्वाचन आयोग सही तरीके से चुनाव करवाने के लिए प्रतिबद्ध है. इलेक्शन फेयर और सही तरीके से करवाने का प्रयास करेंगे. कोविड की स्थिति अब बड़ी चिंता नहीं, लेकिन एहतियाती कदम जारी रखे जाएंगे.
चुनाव आयोग ने कहा कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर रैम्प, पेयजल एवं छायांकित क्षेत्र व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. कुछ मतदान केंद्रों का प्रबंधन पूरी तरह से महिला कर्मचारियों द्वारा किया जाएगा. कुछ मतदान केंद्रों का प्रबंधन पूरी तरह से पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों द्वारा किया जाना है. 80 साल के ज्यादा उम्र के लोग, दिव्यांग, या कोरोना संक्रमित अगर बूथ पर नहीं आ पाते हैं तो उनके घर जाकर वोट ली जाएगी. 80 साल के ज्यादा उम्र के 1.82 लाख मतदाता हैं. आयोग के कर्मचारी 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं के लिए मतदान के लिए घरों में जाएंगे, प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी.
चुनाव आयोग 3 उद्देश्यों के साथ काम कर रहा है. पहला मुक्त, निष्पक्ष, समावेशी, सुलभ और प्रलोभन मुक्त चुनाव कराएं जाएं. दूसरा परेशानी मुक्त और आरामदायक मतदान का अनुभव मिले और तीसरा अधिकतम मतदाता भागीदारी हो. आयोग ने कहा कि मतदाता उम्मीदवार के बारे में केवाईसी एप से जान सकते हैं. इसके अलावा अगर राजनीतिक दल आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों को उतारती है तो पार्टी को ये बताना होगा कि ऐसी क्या बाध्यता थी कि ऐसे उम्मीदवारों को चुनना पड़ा. ये उनको अपने सोशल और प्रिंट मीडिया के जरिए बताना होगा.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कुल 68 सीटें हैं. राज्य में फिलहाल में बीजेपी की सरकार है. बीजेपी को सत्ता में बरकरार रखने के लिए पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत कई नेता मैदान में हैं. वहीं कांग्रेस भी चुनावी तैयारियों में जुटी हुई है. इन दोनों के बीच इस बार आम आदमी पार्टी भी पूरी ताकत झोंके हुए हैं. हिमाचल सदन का कार्यकाल 8 जनवरी, 2023 को समाप्त हो रहा है.
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